Dev Uthani Ekadashi 2023 Vastu Tips: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी कहा जाता है। देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु पूरे चार मास बाद योग निद्रा से जागते हैं। इसके साथ ही चातुर्मास समाप्त होता है और मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं। इस कारण इस दिन को काफी शुभ माना जाता है। बता दें कि 29 जून को आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी यानी देवशयनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु योग निद्रा में चले गए थे। वहीं देवउठनी एकादशी के दिन जाग्रत हो रहे हैं। इस दिन भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की विधिवत पूजा की जाती है। इसके साथ ही वास्तु शास्त्र में माना जाता है कि इस दिन समुद्र मंथन के दौरान निकले 14 रत्नों में से कुछ चीजों को घर में रखने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती हैं। आइए जानते हैं देवउठनी एकादशी के दिन किन चीजों को घर में जरूर रखना चाहिए…
समुद्र मंथन के दौरान निकले थे ये 14 रत्न
समुद्र मंथन के दौरान हलाहल विष, कामधेनु गाय, उच्चै:श्रवा घोड़ा, ऐरावत हाथी,कौस्तुभ मणि, कल्पवृक्ष अप्सरा रंभा, माता लक्ष्मी, अमृत कलश, वारुणी(मदिरा), चंद्रमा, पांचजन्य शंख, पारिजात, शारंग धनुष निकले थे।
देवउठनी एकादशी पर घर लाएं ये चीजें
कामधेनु गाय
समुद्र मंथन के दौरान कामधेनु गाय निकली थी, जिसे ऋषि-मुनियों को दे दिया गया था। इसे सभी गायों में सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। इसलिए घर में कामधेन गाय की मूर्ति या तस्वीर लगाना शुभ माना जाता है। इसे घर में लगाने से सुख-समृद्धि और वैभव की प्राप्ति होती है। अगर आप कामधेनु की मूर्ति लगा रहे हैं तो ईशान कोण में लगा सकते हैं। इसके अलावा आप इसे पूजा स्थल या फिर मुख्य दरवाजे में भी रख सकते हैं।
ऐरावत हाथी
समुद्र मंथन के दौरान ऐरावत हाथी भी निकला था, जो इंद्र देव का वाहन माना जाता है। इसलिए इसकी मूर्ति, चित्र आदि लगाना शुभ माना जाता है। इसे आप लाल रंग या फिर चांदी के हाथी आदि रख सकते हैं। घर में चांदी के हाथी रखने से राहु-केतु का प्रकोप कम होता है। इसके साथ ही धन-ऐश्वर्य, वैभव की प्राप्ति होती है। आप चाहे, तो तांबे या फिर पीतल का हाथी भी रख सकते हैं।
कलश
भगवान धन्वंतरि हाथों में अमृत का कलश लेकर निकले थे। इसे भी घर में स्थापित करना शुभ माना जाता है। ऐसे में आप तांबे या फिर पीतल का कलश लाकर घर में स्थापित कर सकते हैं। स्थाई रूप से कलश स्थापना करने से मां लक्ष्मी का वास हमेशा होता है। जिसके कारण घर में हर एक चीज सही होती है और सुख-समृद्धि बनी रहती है।
पांचजन्य शंख
14 रत्नों में से छठवां रत्न पांचजन्य शंख है। इसे यश और विजय का प्रतीक माना जाता है। इसे घर में रखने से वास्तु दोष भी दूर होता है। इसके साथ ही नकारात्मक ऊर्जा दूर होने क साथ सुख-समृद्धि, धन-संपदा की प्राप्ति होती है। इसलिए इसे घर में जरूर रखना चाहिए।
पारिजात का पौधा
समुद्र मंथन के दौरान पारिजात का पेड़ भी निकला था। इसके फूल देवी-देवता को चढ़ाने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में पारिजात का पौधा लगाने से वास्तु दोष, नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। इसे आप घर के पूर्व या फिर उत्तर दिशा में लगा सकते है। इसे घर में लगाने से तनाव दूर होता है और स्वास्थ्य अच्छा रहता है।