Astrology:  ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन या किसी अन्य ग्रह के साथ युति (ग्रह योग) बनाता है तो इसका सीधा प्रभाव मानव जीवन और पृथ्वी पर पड़ता है। आपको बता दें कि मेष में त्रिग्रही योग का निर्माण हुआ है। वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह को साहस, वीरता और पराक्रम का दाता माना गया है।

आपको बता दें कि वैदिक पंचांग के मुताबिक तीन महत्वपूर्ण ग्रह बुध, राहु और सूर्य ने मंगल की स्वराशि मेष में प्रवेश किया है। साथ ही इन तीनों ग्रहों ने मिलकर त्रिग्रही योग का निर्माण किया है। जिसमें बुध ग्रह 8 अप्रैल को मेष राशि में प्रवेश कर चुके हैं। साथ ही 12 अप्रैल को छाया ग्रह राहु के मेष में प्रवेश कर लिया है। वहीं 14 अप्रैल को ग्रहों के राजा सूर्य ने भी मेष राशि में गोचर किया है। ज्योतिष अनुसार इन तीनों ग्रहों के मेष राशि में होने त्रिग्रही योग का निर्माण हुआ है। जिसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसीं हैं जिनको इस गोचर से अच्छा धनलाभ हो सकता है। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सीं हैं…

मिथुन राशि: आपको गोचर कुंडली में त्रिग्रही योग का निर्माण 11वें भाव में हुआ है। जिसे इनकम और लाभ का भाव कहा जाता है। इसलिए इस समय आपकी इनकम में जबरदस्त बढ़ोतरी हो सकती है। साथ ही आय के नए- नए स्त्रोत बन सकते हैं। व्यापार मेंं निवेश के लिए यह भी यह समय अनुकूल है। इस समय आप निवेश कर सकते हैं। साथ ही मिथुन राशि पर खुद बुध देव का आधिपत्य है। वहीं सूर्य और बुध देव में मित्रता का भाव है। इसलिए इस योग से आपको अच्छा धनलाभ हो सकता है। हालांकि यहां पर यह देखने वाली बात होगी कि राहु देव और सूर्य ग्रह आपकी कुंडली में किस स्थिति में विराजमान हैं। मतलब उनकी स्थिति शुभ है या अशुभ है और वह किस ग्रह से संबंध बना रहे हैं।

कर्क राशि: आप लोगों के लिए त्रिग्रही योग का निर्माण शुभ फलदायी साबित हो सकता है। क्योकि आपकी राशि से त्रिग्रही योग का निर्माण दशम स्थान में हुआ है, जिसे करियर और जॉब का भाव कहा जाता है। इसलिए इस समय आपको नई नौकरी का प्रस्ताव आ सकता है। साथ ही अगर आप नौकरी कर रहे हैं तो आपका प्रमोशन और इंक्रीमेंट हो सकता है। वहीं व्यापार में मुनाफे के योग हैं। कारोबार में कोई नई डील भी फाइनल हो सकती है। जिससे आपको भविष्य में फायदा हो सकता है। लेकिन कुंडली में राहु और सूर्य की स्थिति देखना बहुत जरूरी है। कि कोई ग्रह शत्रु राशि या नीच का स्थित तो नहीं है। 

सिंह राशि: आपकी राशि से त्रिग्रही योग का निर्माण नवम स्थान में हुआ है, जिसे भाग्य और विदेश यात्रा का स्थान कहा जाता है। इसलिए इस इसम आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। साथ ही जो काम बहुत दिनों से अटके हुए थे वो बन सकते हैं। अटके हुए काम बनेंगे। साथ ही व्यापार में आशातीत सफलता मिल सकती है। प्रतियोगी छात्रों के लिए भी इस समय किस्मत का पूरा साथ मिलेगा। मतलब वह कोई प्रतियोगी परीक्षा को पास कर सकते हैं। या कहीं एडमिशन ले सकते हैं। सिंह राशि के स्वामी सूर्य ग्रह हैं। इसलिए कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति को देखना बहुत जरूरी है। साथ ही राहु और सूर्य देव का कुंडली में कैसा संबंध है। वहीं बुध ग्रह किस भाव में और वो किस राशि में विराजमान हैं, यह भी देखना जरूरी है।