Choti Diwali 2024 Puja Muhurat, Puja Vidhi, Mantras, Choti Diwali Par Kitne Diye Jalaye: हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को छोटी दिवाली मनाया जाता है। छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है। दीपावली के पांच दिन के त्योहार में यह धनतेरस के बाद मनाया जाता है। इस दिन लोग हनुमानजी का जन्मदिन मनाते हैं और उनकी पूजा करते हैं। लेकिन इस बार दिवाली की तारीख की वजह से छोटी दिवाली की तारीख को लेकर भी कन्फ्यूजन है। इस दिन लोग हनुमान जन्मोत्सव भी मनाया जाता है इसलिए इस दिन हनुमानजी की भी पूजा की जाती है। आइए जानते हैं छोटी दीवाली पर पूजा का चौघड़िया शुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व

आज मनाई जाएगी छोटी दिवाली

पंचांग के हिसाब से चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ 30 अक्तूबर को दोपहर 1 बजकर 16 मिनट से और इस तिथि का समापन 31 अक्तूबर को दोपहर 3 बजकर 53 मिनट पर होगा। बता दें कि छोटी दिवाली का पर्व हमेशा शाम के समय मनाया जाता है। ऐसे में छोटी दिवाली का पर्व आज यानि 30 अक्टूबर 2024 दिन बुधवार को मनाया जाएगा।

चौघड़िया मुहूर्त (दीपावली 2024)

शुभ (उत्तम)*: शाम 04:13 – 05:36

अमृत (सर्वोत्तम)*: शाम 05:36 – रात 07:14

चर (सामान्य)*: रात 07:14 – 08:51

दीपावली पूजा में जरूरी सामग्री

पूजा में कुछ खास चीजें शामिल करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, जैसे लकड़ी की चौकी, गंगाजल, पंचामृत, फूल, फल, लाल कपड़ा, लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, घी, कपूर, और दूर्वा। इसके अलावा सुपारी, पान, दीपक, अगरबत्ती, चांदी के सिक्के और खील-बताशे भी रखें। मान्यता है कि इन चीजों से पूजा करने से देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद पूरे साल बना रहता है।

दीपावली पर रंगोली का महत्व

दीपावली के दिन घर के बाहर सुंदर रंगोली बनाना शुभ माना जाता है। रंगोली से घर में सकारात्मक ऊर्जा और पवित्रता आती है। कहा जाता है कि रंगोली देखकर देवी-देवता जल्दी आकर्षित होते हैं और घर में खुशियां लाते हैं। इसके अलावा घर की सजावट से उत्सव का माहौल बनता है।

फूलों से सजावट

दीपावली पर फूलों से घर को सजाना अच्छा माना जाता है। फूलों की महक और उनकी खूबसूरती से घर में सकारात्मकता बनी रहती है। खासकर मुख्य द्वार पर अशोक के पत्तों का तोरण लगाना बहुत शुभ माना जाता है। इससे घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।

पान का पत्ता का उपयोग

हिंदू धर्म में पान का पत्ता हर शुभ कार्य में शामिल किया जाता है। दिवाली की पूजा में पान का पत्ता माता लक्ष्मी को अर्पित करना भी बहुत शुभ माना गया है। इससे घर में सुख और समृद्धि आती है और ग्रह दोष भी दूर होते हैं।

छोटी दिवाली का धार्मिक महत्व

मान्यता है कि इस दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध किया था और 16,000 महिलाओं को उसके कैद से मुक्त कराया था। इस उपलक्ष्य में लोगों ने दीप जलाए, जिसे छोटी दिवाली के रूप में मनाया गया। इसके अलावा, इस दिन यमराज की पूजा का भी विशेष महत्व है, क्योंकि ऐसा करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है। नरक चतुर्दशी के दिन दीप जलाकर और यमराज के लिए दीपदान करने से जीवन में सुख, समृद्धि, और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।