Chandra Grahan Health Effects, Lunar Eclipse 2019 Today: चंद्रग्रहण को हिन्दू धर्म में प्रमुख ज्योतिषीय और खगोलीय घटना माना गया है। साल 2019 में पहला चंद्रग्रहण 21 जनवरी, सोमवार को लगने जा रहा है। इस चंद्रग्रहण का धार्मिक महत्व भी है। शास्त्रों की मान्यता के अनुसार ग्रहण काल में मनुष्य को पुण्य अवश्य अर्जित करना चाहिए। कहते हैं कि ग्रहण काल में किए गए जप, ताप, दान आदि करने से अन्य दिन के मुकाबले लाखों गुना पुण्य अधिक मिलता है। इसके अलावा कुछ ऐसे कार्य हैं जिसे ग्रहण काल में करना अशुभ माना गया है। साथ ही हमारे धार्मिक ग्रन्थों में ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिला से संबंधित कुछ टिप्स बताए गए हैं। आगे हम जानते हैं कि आखिर वो कौन-कौन से काम हैं जिसे चंद्रग्रहण 2019 के दौरान करना चाहिए या नहीं करने चाहिए।
गर्भवती स्त्रियां क्या करें क्या न करें: ग्रहण का सबसे अधिक असर गर्भवती स्त्रियों पर होता है। ग्रहण काल के दौरान गर्भवती स्त्रियां घर से बाहर न निकलें। बाहर निकलना जरूरी हो तो गर्भ पर चंदन और तुलसी के पत्तों का लेप कर लें। इससे ग्रहण का प्रभाव गर्भस्थ शिशु पर नहीं होगा। ग्रहण काल के दौरान यदि खाना जरूरी हो तो सिर्फ खान-पान की उन्हीं वस्तुओं का उपयोग करें जिनमें सूतक लगने से पहले तुलसी पत्र या कुशा डला हो।
Chandra Grahan 2019 Sutak Time
गर्भवती स्त्रियां ग्रहण के दौरान चाकू, छुरी, ब्लेड, कैंची जैसी काटने की किसी भी वस्तु का प्रयोग न करें। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे के अंगों पर बुरा असर पड़ता है। सुई से सिलाई भी न करें। माना जाता है इससे बच्चे के कोई अंग जुड़ सकते हैं। ग्रहण काल के दौरान भगवान श्रीकृष्ण के मंत्र ॐ नमो भगवते वासुदेवाय या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करती रहें।
