चंद्र ग्रहण शुरू हो चुका है। ग्रहण भारत में दिखाई देगा। अरुणाचल प्रदेश के उत्तरी भागों में आंशिक चंद्र ग्रहण देखा जाएगा तो वहीं पश्चिम बंगाल, बिहार, यूपी, ओडिशा, मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में उपच्छाया चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। ग्रहण के अद्भुत नजारे को देखने के लिए आप सोलर फिल्टर चश्मे व टेलीस्कोप का प्रयोग कर सकते हैं।
किस समय लगेगा चंद्र ग्रहण? उपच्छाया चंद्र ग्रहण की शुरुआत सुबह 11 बजकर 34 मिनट से हो चुकी है वहीं इसकी समाप्ति शाम 5 बजकर 33 मिनट पर होगी। उपच्छाया चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे 59 मिनट की है।
कहां-कहां दिखाई देगा ग्रहण? ग्रहण भारत के पूर्वोत्तर राज्यों असम और अरुणाचल प्रदेश में कुछ पल के लिए दिखाई देगा। इसके अलावा अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी एशिया और उत्तरी यूरोप में भी ये चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। (यह भी पढ़ें- चंद्र ग्रहण के समय बरते जाने वाली सावधानियां, जानिए क्या करें और क्या न करें)
सूतक काल मान्य होगा या नहीं? भारत में उपच्छाया चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। ज्योतिष अनुसार इस ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होता। पूर्ण चंद्र ग्रहण के समय या आंशिक चंद्र ग्रहण के समय सूतक काल माना जाता है। चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण लगने से 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है।
किन राशियों के लिए शुभ किनके लिए अशुभ? ग्रहण तुला, कुंभ और मीन वालों के लिए शुभ है। इस दौरान इन राशि वालों को अच्छे परिणाम हासिल होंगे। वहीं मेष, वृषभ, सिंह और वृश्चिक वालों के लिए ग्रहण अशुभ है। इन लोगों को सावधान रहना होगा। धन हानि के आसार हैं। (यह भी पढ़ें- Chandra Grahan 2021 Horoscope: चंद्र ग्रहण का किन राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा, जानिए)
कैसे देखें ग्रहण लाइव? ग्रहण की घटना कई यूट्यूब चैनल लाइव प्रसारित करते हैं। आप यूट्यूब पर सर्च करके इसे देख सकते हैं। ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग करने के लिए Virtual Telescop, Timeanddate, CosmoSapiens चैनल प्रसिद्ध है। (यह भी पढ़ें- Surya Grahan November 2021: चंद्र ग्रहण के ठीक 15 दिन बाद लगेगा पूर्ण सूर्य ग्रहण, जानिए इस ग्रहण से संबंधित पूरी डिटेल)
ग्रहण के दौरान क्या न करें?
-भोजन न बनाए और न करें।
-ग्रहण काल में सोने से बचें।
-गर्भवती महिलाएं ग्रहण को न दखें।
-गर्भवती महिलाएं इस दौरान कुछ भी काटने या सिलने से बचें।
-पूजा-पाठ के काम न करें।
-नए काम की शुरुआत न करें।
-तुलसी का पौधा न छुएं।
-किसी भी तरह के मांगलिक कार्य न करें।
-भोजन न बनाए और न करें।-ग्रहण काल में सोने से बचें।-गर्भवती महिलाएं ग्रहण को न दखें।-गर्भवती महिलाएं इस दौरान कुछ भी काटने या सिलने से बचें।-पूजा-पाठ के काम न करें।-नए काम की शुरुआत न करें।-तुलसी का पौधा न छुएं।-किसी भी तरह के मांगलिक कार्य न करें।
जब पृथ्वी अपनी धुरी पर चक्कर काटते हुए सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है तो ये तीनों एक ही सीधी लाइन में आ जाते है। इस कारण से सूर्य का रोशनी चांद पर नहीं पहुंच पाता है और पृथ्वी की परछाई चंद्रमा पर पड़ती है। इस घटना को ही चंद्रग्रहण कहते
समुद्र मंथन के दौरान स्वर्भानु नामक एक दैत्य ने छल से अमृत पान करने की कोशिश की थी। तब चंद्रमा और सूर्य की इस पर नजर पड़ गई थी। इसके बाद दैत्य की हरकत के बारे में चंद्रमा और सूर्य ने भगवान विष्णु को जानकारी दे दी। भगवान विष्णु ने अपने सुर्दशन चक्र से इस दैत्य का सिर धड़ से अलग कर दिया। अमृत की कुछ बंदू गले से नीचे उतरने के कारण ये दो दैत्य बन गए और अमर हो गए।
19 नवंबर 2021 के बाद अब 8 फरवरी 2669 में इतना लंबा चंद्र ग्रहण होगा। यानी कि 648 साल बाद ऐसा ग्रहण होगा। चंद्र ग्रहण की अवधि ज्यादा होने के बाद लोग ज्यादा देर तक इस अद्भुत खगोलीय घटना का अनुभव ले सकेंगे।
चंद्र ग्रहण
https://platform.twitter.com/widgets.js10 minutes before totality. And I’ve given up as the clouds have rolled in. Back-of-the-camera shot. Will process tomorrow when I get sleep. #lunareclipse pic.twitter.com/kpUL6eOUW3
— Nicole Mortillaro (@NebulousNikki) November 19, 2021
19 नवंबर 2021 लगने जा रहे इस साल के आखिरी चंद्र ग्रहण के बाद अगला चंद्र ग्रहण साल 2022 में 8 नवंबर को होगा। यानी कि इस चंद्र ग्रहण के बाद दोबारा ऐसी खगोलीय घटना को देखने के लिए खगोलप्रेमियों को 1 साल तक का तो इंतजार करना ही पड़ेगा।
चंद्र ग्रहण के प्रभावों के प्रकोप को कम करने के लिए आप इस दिन गुरू मंत्र का जप अवश्य करें. गुरू ग्रह के बीज मंत्र ऊं ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवे नम: बीज मंत्र का यथासंभव जप करें.
चंद्र ग्रहण तुला, कुंभ और मीन राशि वालों के लिए शुभ है। वहीं मेष, वृषभ, सिंह और वृश्चिक वालों के लिए ये ग्रहण अच्छा नही माना जा रहा है। इन राशि वालों को विशेष सावधानी बरतनी होगी।
ये ग्रहण भारत के पूर्वोत्तर इलाकों में दिखाई देगा। अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ हिस्सों में इसे देखा जा सकेगा। इसके अलावा ये उत्तर और दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र में देखा जा सकेगा
मेष
कन्या
तुला
कुंभ
वृषभ राशि: ग्रहण इसी राशि में लगने जा रहा है। मानसिक तनाव रहेंगे। कार्यस्थल पर कोई आपकी इमेज खराब करने की कोशिश कर सकता है। इसलिए सतर्क रहें। धन हानि की संभावना है।
जानकारों के मुताबिक 580 साल बाद इतना लंबा चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है।
https://platform.twitter.com/widgets.jsMoongazers unite! The longest partial lunar eclipse of this century will occur overnight, peaking early Nov. 19 at 4:03am ET (09:03 UTC).Find out what parts of the world will be able to see it: https://t.co/wEuWtoZCMl pic.twitter.com/xtXjwbgvnl
— NASA (@NASA) November 18, 2021
आज साल का आखिरी चंद्रग्रहण है। भारत में दिन होने और उपच्छाया चंद्रग्रहण होने के कारण इस ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा। बाकी जगहों पर जैसे-अमेरिका, पूर्वी एशिया, उत्तरी यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में यह चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। आप You Tube पर सर्च करके ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं। ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग के लिए Virtual Telescop, Timeanddate, CosmoSapiens चैनल पर जा सकते हैं।
भारत में आंशिक नहीं उपच्छाया चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। इसे नग्न आंखों से नहीं देखा जा सकता। इसे देखने के लिए विशेष तरह के उपकरणों की जरूरत पड़ती है। ये साल का आखिरी चंद्र ग्रहण होगा।
चंद्र ग्रहण का प्रभाव मानसिक स्थिति पर भी पड़ता है. इसलिए आने वाले 10 दिनों तक कोई भी बड़ा फैसला न लें. अगर मजबूरी में आपको किसी कारण फैसला लेना भी पड़े, तो किसी अनुवभी या खुद से बड़े इंसान से परामर्श करने के बाद ही सोच-विचार के बाद ही फैसला लें.
चंद्र ग्रहण का 3 राशि वालों पर शुभ प्रभाव पड़ेगा तो 4 राशि वालों पर बेहद ही अशुभ प्रभाव पड़ने के आसार हैं। ग्रहण वृषभ राशि में लगने जा रहा है इसलिए इस राशि के लोग ग्रहण से सबसे अधिक प्रभावित होंगे। जानिए चंद्र ग्रहण का राशियों पर प्रभाव
19 नवंबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका और प्रशांत महासागर जैसी कुछ चुनिंदा जगहों से ही देखा जा सकेगा.
19 नवंबर का चंद्र ग्रहण बेहद खास है, क्योंकि ऐसा चंद्र ग्रहण 580 साल के बाद लगने वाला है. आपको बता दें कि यह चंद्र ग्रहण पिछले 580 साल का सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण होगा. इस चंद्र ग्रहण की अवधि करीब साढ़े तीन घंटे की रहने वाली है. भारत में यह चंद्र ग्रहण दोपहर को 11:34 बजे से शाम 05:33 मिनट तक होगा.
- ग्रहण के दौरान आप भगवान का नाम लें और मंत्रों का जाप कर सकते हैं.
- ग्रहण शुरू होने से पहले खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डाल दें.
भारत में उपच्छाया चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। जिसकी शुरुआत भारतीय समय के अनुसार सुबह 11 बजकर 34 मिनट से हो जाएगी और इसकी समाप्ति शाम 5 बजकर 33 मिनट पर होगी।उपच्छाया से पहला स्पर्श – 11:34 AMप्रच्छाया से पहला स्पर्श – 12:50 PMपरमग्रास चन्द्र ग्रहण – 02:33 PMप्रच्छाया से अन्तिम स्पर्श – 04:17 PMउपच्छाया से अन्तिम स्पर्श – 05:33 PMखण्डग्रास की अवधि – 03 घण्टे 26 मिनटउपच्छाया की अवधि – 05 घण्टे 59 मिनट
आपको यूट्यूब पर कई ऐसे चैनल मिल जाएंगे जो इस चंद्र ग्रहण का लाइव प्रसारण करेंगे. चंद्र ग्रहण को आप livescience डॉट कॉम और timeanddate डॉट कॉम पर लाइव जाकर आसानी से देख पाएंगे.