Chanakya Niti In Hindi: आज पूरी दुनिया एक बुरे दौर से गुजर रही है। कोरोना संक्रमण के कारण कई लोगों की मौत हो चुकी है तो कई संक्रमित हैं। इस महामारी के कारण देश की अर्थव्यवस्था को भी गहरी चोट पहुंची है। कोरोना के मामलों में दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी होती जा रही है। इस संकट की घड़ी में आप कैसे अपने आप को मजबूत बनाए रख सकते हैं जानते हैं चाणक्य नीति से…

बुरा समय आने पर इंसान भयभीत हो जाता है। डर के कारण वह किसी भी काम को सही से नहीं कर पाता है। ऐसे में चाणक्य कहते हैं कि बुरा समय आने पर व्यक्ति को सबसे पहले अपने डर पर ही काबू करना चाहिए। क्योंकि डर एक ऐसी चीज है जो हमें कमजोर बनाता है और फिर ये धीरे धीरे जिंदगी पर हावी होने लगता है। एक आत्मविश्वासी व्यक्ति ही बुरे हालातों को अच्छे से हैंडल कर सकता है जबकि एक डरा हुआ व्यक्ति ऐसा नहीं कर पाता है। इसलिए हालातों से लड़ने से पहले आपको डर से लड़ना होगा। चाणक्य कहते हैं- डर आपके पास आता है जो एक योद्धा की तरह आप पर हमला करता है और फिर आपको मार देता है।

चाणक्य कहते हैं- बीते समय को लेकर ना पछताएं, ना ही भविष्य की चिंता करें, वर्तमान में जिएं। असफलता का दौर सबसे बुरा दौर होता है। जिसके बारे में सोचकर आप परेशान होते रहते हैं। व्यक्ति को अपने भूतकाल यानी बीते समय के बारे में नहीं सोचना चाहिए और हमेशा असफलताओं से निकलने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही भविष्य में क्या होना है इस बारे में सोच सोचकर भी अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। केवल और केवल वर्तमान में जिएं क्योंकि इससे आपका भविष्य खुद ब खुद संवर जाएगा। अगर वर्तमान में हालात आपके पक्ष में नहीं है तो आपको उसे वैसे ही छोड़ देना चाहिए और बुरा वक्त गुजर जाने का इंतजार करना चाहिए। क्योंकि कोई भी चीज हमेशा नहीं रहती है। अगर दुख के दिन है तो कुछ समय बाद सुख के दिन भी आएंगे।

बुरे समय के लिए ही व्यक्ति को अपने पैसों की भी बचत करके रखनी चाहिए। इंसान को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अच्छा समय हमेशा नहीं रहता है। जिस तरह से अंधेरा प्रकाश में बदलता रहता है वैसे ही समय। लक्ष्मी चंचल और रमणी है। यह एक स्थान पर कभी नहीं टिकती।

बुरे समय में भी अपने आप को मजबूत बनाकर रखना चाहिए। क्योंकि आपकी मजबूती ही आपको विजेता बनाती है। मजबूती आपके दुश्मन के आत्मविश्वास को कमजोर बनाती है। अगर आप बुरे समय में हिम्मत हार जाएंगे और अपने दुश्मन को कमजोर दिखाएंगे तो वह आपको नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा। जब आपका बुरा वक्त चल रहा होता है तो आपका दुश्मन आप पर जल्दी हमला करता है। बुरे वक्त में आपका आत्मविश्वास ही आपके दुश्मन को कमजोर करता है। आपकी खुशी आपके शत्रुओं के लिए सबसे बड़ी सजा है।