Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य भारतीय इतिहास के महान विद्वान, अर्थशास्त्री और नीति शास्त्र के रचयिता थे। उनकी लिखी चाणक्य नीति आज भी लोगों को जीवन में सही राह पर चलने की प्रेरणा देती है। चाणक्य ने अपनी नीतियों में बताया है कि किन लोगों से दूरी बनाकर रखना चाहिए ताकि जीवन में दुख, धोखा और नुकसान से बचा जा सके। ऐसे में इस लेख में हम जानेंगे कि चाणक्य के अनुसार कौन-से 5 लोग ऐसे हैं जिनसे कभी दोस्ती नहीं करनी चाहिए, वरना इससे आपकी मुसीबतें बढ़ सकती हैं।
झूठ बोलने वाले लोग कभी सच्चे दोस्त नहीं हो सकते
चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति हमेशा झूठ बोलता है, उस पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए। ऐसे लोग अपनी सुविधा के लिए किसी भी समय झूठ का सहारा लेते हैं। रिश्तों में सच्चाई की अहम भूमिका होती है, लेकिन झूठे लोग सिर्फ धोखा देने के लिए होते हैं। अगर आप उनके करीब रहेंगे, तो वे कभी न कभी आपको भी धोखा जरूर देंगे। इसलिए इनसे दूरी बनाना ही बुद्धिमानी है।
जो अपनी बात से बार-बार मुकरते हैं
ऐसे लोग जो एक बात कहते हैं और फिर पलट जाते हैं, उनकी नीयत पर शक होना लाजिमी है। चाणक्य कहते हैं कि जो अपनी बात पर टिकते नहीं हैं, वे कभी भी भरोसेमंद नहीं हो सकते। ऐसे व्यक्ति केवल अपने स्वार्थ के लिए दूसरों से रिश्ते बनाते हैं और जब फायदा नहीं मिलता तो पीछे हट जाते हैं। ऐसे लोगों की संगति से नुकसान ही होता है।
स्वार्थी लोगों से बचकर रहें
चाणक्य नीति के अनुसार, स्वार्थी लोगों से दोस्ती करना हानिकारक हो सकता है। ऐसे लोग केवल अपने फायदे के बारे में सोचते हैं और दूसरे की भावनाओं को कोई महत्व नहीं देते। जब तक उनका काम होता है तब तक वे मीठा बोलते हैं, लेकिन काम निकलते ही मुंह मोड़ लेते हैं। ऐसे लोग भरोसे के लायक नहीं होते और आपके साथ कभी भी धोखा कर सकते हैं।
जो आपकी सफलता से जलते हैं
चाणक्य के अनुसार ऐसे लोग जो आपकी तरक्की को देखकर खुश नहीं होते, बल्कि जलते हैं, उनसे दूरी बनाए रखना जरूरी है। ये लोग आपके सामने तो अच्छे बनने की कोशिश करते हैं लेकिन अंदर से आपकी कामयाबी से परेशान रहते हैं। ये आपकी आलोचना करते हैं, पीठ पीछे गलत बातें फैलाते हैं और मौका मिलते ही आपको नीचे गिराने की कोशिश करते हैं। ऐसे लोगों की संगति न सिर्फ आत्मविश्वास को कमजोर करती है बल्कि सफलता के रास्ते में रुकावट भी बनती है।
जो आपको कभी महत्व नहीं देते
रिश्तों में सम्मान और मूल्यांकन जरूरी होता है। चाणक्य कहते हैं कि अगर कोई व्यक्ति आपको नजरअंदाज करता है, आपकी भावनाओं की कद्र नहीं करता, तो वह सच्चा दोस्त नहीं हो सकता। ऐसे लोग आपके समय और ऊर्जा का अपमान करते हैं और आपको मानसिक रूप से कमजोर बना सकते हैं। इसलिए ऐसे लोगों से दूर रहना ही अच्छा होता है।
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