Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य को महान राजनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री माना जाता है। उनमें हमेशा से किंगमेकर (Kingmaker Chanakya) का भाव रहा है। आचार्य चाणक्य ने गहराई से जीवन की बारीकियों का अध्ययन किया था। उन्होंने जीवन को बेहतर और सफल बनाने के लिए बहुत सारी नीतियां बताई हैं। साथ ही चाणक्य ने यह भी बताया है कि कौन लोग ऐसे हैं जो दुख में ही अपना जीवन व्यतीत करते हैं।

कर्जा लेना वाला व्यक्ति – चाणक्य नीति में यह कहा गया है कि कर्ज लेने वाला व्यक्ति कुछ देर के लिए बहुत खुशी महसूस करता है कि उसके पास धन आ गया लेकिन उस धन को चुकाने के लिए वह हर पल चिंता में पड़ा रहता है। इसलिए इस दुनिया में कर्जा लेने वाले व्यक्ति से ज्यादा दुखी और कोई नहीं हो सकता है। कर्ज लेने वाला व्यक्ति जीवन भर दुखी रहता है।

सच्चे रिश्तों को खोने वाला – हमारी जिंदगी में कुछ ऐसे संबंध होते हैं जिनसे हम बहुत प्रेम करते हैं जब कोई व्यक्ति ऐसे सच्चे रिश्तों को खो देता है तो उसे जिंदगीभर के लिए दुख सहना पड़ता है। क्योंकि सच्चे रिश्ते जिंदगी में बार-बार लौट कर नहीं आते हैं। इसलिए सच्चे रिश्तो को को खोने वाला व्यक्ति अपना जीवन उन रिश्तों और उनके साथ बिताए पलों को याद करके दुख में बिता देता है।

छोटी उम्र में ज्यादा समझदारी – जिन लोगों को छोटी उम्र में ही दुनिया की समझ हो जाती है ऐसे लोग जीवन दुख में बिताते हैं। क्योंकि वह छोटी उम्र में ही समझ जाते हैं कि इस दुनिया में खुशियां बहुत कम और दुख बहुत ज्यादा है। इसलिए उनका दुनिया से विश्वास उठ जाता है और वह दुखी रहने लगते हैं। इन लोगों को छोटी उम्र में ही दुनिया, दुनियादारी और यहां के रिश्ते-नातों की गहरी समझ हो जाती है।

परखने में कमजोर लोग – जो लोग दूसरों को परखने में कमजोर होते हैं वह बहुत दुखी रहते हैं। परखने में कमजोर लोगों को कदम-कदम पर विश्वासघात का सामना करना पड़ता है। इसलिए जो लोग दूसरों की पहचान करना न जानते हों वह अपना जीवन दुख में ही व्यतीत करते हैं। अगर साथ ही वह कान के कच्चे भी हों यानी दूसरों की बात पर बिना तथ्यों के भी यकीन कर लेते हों तो इन लोगों का दुख कभी खत्म नहीं हो पाता है।