Chanakya Niti on Love: आचार्य चाणक्य को इतिहास के सबसे समझदार लोगों में गिना जाता हैं। कहते हैं कि आचार्य चाणक्य की समझदारी की वजह से ही भारत में चक्रवर्ती अशोक सम्राट जैसे राजा हुए। बताया जाता है कि आचार्य चाणक्य राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक मुद्दों की गहरी समझ रखते थे। वह सभी पक्षों को ध्यान में रखते हुए कोई भी फैसला किया करते थे। इसलिए आज भी आचार्य चाणक्य के विचारों को बहुत अधिक महत्व दिया जाता है। सभी विषयों की तरह ही आचार्य चाणक्य ने प्रेम संबंधों पर भी अपने विचार चाणक्य नीति में बताए हैं।

आचार्य चाणक्य का कहना है कि प्रेम संबंधों में विश्वास की अहमियत सबसे ज्यादा होती है। जब किसी व्यक्ति के रिश्ते में विश्वास होता है तो वो रिश्ता हर चुनौती से जीत जाता है। कहा जाता है कि विश्वास के सहारे प्रेमी में हर परिस्थिति से जीत सकते हैं।

क्योंकि आमतौर पर यह होता है कि प्रेमियों के विश्वास से भरे रिश्ते को देखकर लोग यह प्रयास करते हैं कि उनके रिश्ते को तोड़ा जाए। इस दौरान जिन प्रेमियों के बीच विश्वास होता है, वह इस परिस्थिति से बहुत आसानी से निकल पाते हैं। जबकि दूसरी ओर जिन प्रेमी जोड़ो के बीच विश्वास नहीं होता है, उनका रिश्ता इस मोड़ पर आकर टूट जाता है।

साथ ही कहा जाता है कि रिश्तों में आजादी का होना बहुत जरूरी है। जिन रिश्तों में आजादी होती है, उन्हें बिना एक-दूसरे के साथ बांधे भी एक-दूसरे के साथ रहने की इच्छा होती है। माना जाता है कि जिन रिश्तों में आजादी होती है, वो बंदिशों वाले रिश्तों से ज्यादा चलते हैं। इसलिए जानकार भी यह बताते हैं कि आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अगर कोई चाहता है कि उसका रिश्ता किसी व्यक्ति के साथ मजबूत हो जाए तो उसे आजादी देना शुरू करें। आजादी देने पर वह व्यक्ति स्वयं आपकी ओर खींचा चला आएगा।

इसके अलावा आचार्य चाणक्य कहते हैं कि प्रेम संबंधों में कई बार लोग गलत व्यक्तियों से प्रेम कर बैठते हैं। ऐसे में यह ध्यान रखें कि आप स्वार्थी लोगों के साथ प्रेम न करें, क्योंकि स्वार्थी हमेशा अपने बारे में सोचते हैं और कोई भी रिश्ता तब चलता है जब दोनों एक-दूसरे के बारे में स्वयं से ज्यादा सोचें।