आचार्य चाणक्य बहुत ही विद्वान थे। उन्होंने जीवन के हर पहलू से जुड़ी बातें अपने द्वारा लिखित किताब चाणक्य नीति में बताई हैं। उनके द्वारा कहीं गई बातें आज के समय में भी काफी कारगर सिद्ध होती हैं। यदि आप अपने भविष्य को लेकर भ्रमित हैं तो चाणक्य द्वारा कहीं बातें आपको प्रेरित कर सकती हैं। और आपको जीवन में अपने लिए सही मार्ग चुनने में भी मददगार साबित हो सकती हैं। जीवन को सफल बनाने के लिए चाणक्य ने अपनी नीतियों में क्या बताया है जानिए इसके बारे में…
1. कोई भी कार्य शुरू करने से पहले अपने आप से तीन प्रश्न अवश्य करने चाहिए – मैं ये काम क्यों कर रहा हूँ, इस कार्य के परिणाम क्या होंगे और क्या मैं इस काम में सफल हो पाउंगा या नहीं। और ये तीनों प्रश्नों को स्वयं से पूछने के बाद यदि आपको संतोषजनक जवाब मिल जांए तभी उस कार्य को करने के लिए आगे बढ़ें।
2. एक व्यक्ति अकेला ही इस दुनिया में आता है और अकेला ही इस दुनिया से जाता है। अपने अच्छे और बुरे कार्यों के लिए भी स्वयं ही भागीदारी होता है। और वह अकेले ही स्वर्ग या नर्क में जाता है।
3. कभी भी अपने बीते हुए समय पर पछताना नहीं चाहिए। बल्कि अपनी पुरानी गलतियों से सीख कर सबक लेना चाहिए। ताकि आप अपने भविष्य को सुधार सकें।
4. उस धन का कभी भी मोह नहीं करना चाहिए जिसे प्राप्त करने के लिए अपने धर्म को छोड़ना पड़े, ज़्यादा तकलीफों का सामना करना पड़े या फिर अपनी दुशमन के तलवे चाटने पड़े। कभी भी ऐसे पैसे की लालच नहीं करनी चाहिए।
5. किसी भी पदार्थ की खुशबू को फैलने के लिए हवा की आवश्यकता होती है। लेकिन एक व्यक्ति की योग्यता और गुण को किसी हवा के अधीन नहीं होना पड़ता। वह अपने आप ही सब जगह फैल जाती है।
6. हमेशा दूसरों की गलतियों से सीखना चाहिए अगर खुद पर प्रयोग करके सीखोगे तो तुम्हारी उम्र कम पड़ जाएगी।
7. कभी भी भय को स्वयं के नज़दीक नहीं आने देना चाहिए। और अगर भय आपके करीब आता है तो उससे भागना नहीं चाहिए बल्कि उसका पूरी हिम्मत के साथ सामना करना चाहिए।
8. कभी भी बिल्कुल सीधे या फिर पूरा ईमानदार नहीं बनना चाहिए क्योंकि जंगल में सीधे वृक्ष ही सबसे पहले काटे जाते हैं।
9. एक बार कोई काम शुरू कर देने के बाद असफलता के डर से उससे मुख नहीं मोड़ना चाहिए। ईमानदारी से अपने कार्य को करते रहना चाहिए।
10. कोई भी व्यक्ति अपने जन्म से नहीं बल्कि अपने कर्मों से महान बनता है।