मां अम्बे की अराधना के नौ दिन भक्तों के लिए बेहद ही खास होते हैं। माना जाता है कि इन पावन दिनों में जो भक्त सच्चे मन से मां दुर्गा की अराधना करता है उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। इस साल चैत्र नवरात्र 25 मार्च से शुरू होने जा रहे हैं। खास बात ये है कि भक्तों को पूरे नौ दिन मां अम्बे की अराधना के मिलेंगे। तिथि का कोई क्षय नहीं है। इसी के साथ कई शुभ संयोग भी इस नवरात्रि बन रहे हैं। जो लोग पहली बार मां दुर्गा के व्रत रखने जा रहे हैं या जो पहले से भी रख रहे हैं एक बार जान लें कि नवरात्रि व्रत में क्या करना चाहिए…

– सबसे पहले तो इस बात का ध्यान रखें कि नवरात्रि के नौ दिन घर में अच्छे से साफ सफाई रखें। खासतौर से पूजा के कमरे को विशेष रूप से साफ रखें।

– घर में सकारात्मकता बनी रहे उसके लिए आपको अपने घर के मंदिर को सुगंधित फूलों से सजाना चाहिए।

– घर के मंदिर में कभी भी अंधेरा न रखें। किसी न किसी तरह से उसमें रोशनी आती रहे। नवरात्रि में सुबह शाम मां की पूजा और आरती करें।

– कभी भी घर को अकेला न छोड़ें। अखंड ज्योति जला रहे हैं तो उसमें समय समय पर घी डालते रहें।

– व्रत रखने वाले लोगों को नौ दिन विधि विधान मां की पूजा करनी चाहिए और कथा भी सुनी या पढ़नी चाहिए।

– व्रत रखने वाले इस बात का भी ध्यान रखें कि वे पूरे नौ दिन तक नाखून, दाढ़ी-मूंछ और सिर के बाल न कटवाएं।

– चमड़े के सामान जैसे बेल्ट, चप्पल, जूते या बैग का इस्तेमाल न करें।

– व्रत रखने वाले लोगों को नींबू भी नहीं काटना चाहिए। साथ ही प्याज, लहसुन और नॉनवेज से दूरी बनाकर रखें।

– व्रत रखने वाले लोग साफ सुथरे रहें। अनाज और नमक का बिल्कुल भी सेवन न करें। खाने में सेंधा नमक प्रयोग कर सकते हैं।

– व्रत रखने वाले लोगों को दिन में नहीं सोना चाहिए।

– व्रत-उपवास रखने वाले लोग माता जी की पूजा करने के बाद ही फलाहार ग्रहण करें। यानि सुबह माता जी की पूजा के बाद दूध और कोई फल ले सकते हैं। दिनभर मन ही मन माता जी का ध्यान करते रहें। शाम को फिर से माता जी की पूजा और आरती करें। इसके बाद एक बार और फलाहार कर सकते हैं। अगर संभव न हो तो शाम की पूजा के बाद एक बार भोजन कर लें।

– माता जी की पूजा के बाद रोज 1 कन्या की पूजा कर उसे भोजन करवाकर दक्षिणा दें।