Rahu And Budha In Trikone: ग्रहों के राजकुमार बुद्धि, वाणी, तर्क- वितर्क, सुरक्षा, संचार आदि का कारक माना जाता है। बुध एक निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन करते हैं। बता दें कि 5 अगस्त को बुध सिंह राशि में वक्री हो गए थे और जब बुध वक्री होते हैं, तो एक भाव पीछे की राशि पर भी अधिक असर होता है। ऐसे में कर्क राशि के जातकों के जीवन पर फर्क पड़ेगा। वहीं 22 अगस्त को बुध कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ऐसे में 5 अगस्त से 4 सितंबर तक बुध कर्क राशि पर असर डालेंगे। ऐसे में राहु में त्रिकोण में रहेंगे। बुध और राहु के बीच मित्रता का भाव है। जब बुध वक्री होते हैं, तो अधिक बली हो जाते हैं। ऐसे में बुध के साथ-साथ राहु भी एक्टिवेट हो गए हैं। बता दें कि राहु पहले, तीसरे, छठ, ग्यारहवें भाव में है, तो राहु बुध के साथ केंद्र, त्रिकोण का योग बनाते है। बुध राहु को कंट्रोल करते हैं। लग्न में राहु होने से वह जातकों को अशांत और भ्रमित करते हैं। लेकिन भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही तीव्र बुद्धि के साथ हर एक क्षेत्र में सफलता हासिल करते हैं। आइए जानते हैं त्रिकोण पर बुध राहु होने से किन राशियों की चमक सकती है किस्मत..
सिंह राशि (Leo Zodiac)
बुध का गोचर सिंह राशि के लग्न भाव में वक्री अवस्था में विराजमान है। इसके साथ ही राहु अष्टम भाव में गोचर कर रहे हैं। बुध के वक्री होने से वह बारहवें भाव का भी फल देंगे। ऐसे में राहु से पंचम और नवम में बुध होंगे। ऐसे में सिंह राशि के जातकों को हर क्षेत्र में सफलता हासिल हो सकती है। बुध राहु का त्रिकोण पर होने से इस राशि के जातकों को खूब लाभ मिलेगा। लंबे समय से जिस समस्या से परेशान थे और अब उससे आप आसानी से बाहर निकल जाएंगे। वाणी पर अधिक प्रभाव होगा। आपका फोकस पूरी तरह से धन कमाने में होगा। ऐसे में आपको सफलता भी हासिल कर लेंगे। बेवजह खर्च से मुक्ति मिलेगी। इसके साथ ही आप आप निवेश करेंगे। निर्णय लेने की क्षमता में बढ़ोतरी होगी। आत्म विश्वास और तीव्र बल बढ़ेगा, जिससे आप सही निर्णय लेने के लाभ मिलेगा। व्यापार में भी खूब लाभ मिलने वाला है। दांपत्य जीवन में खुशियां ही खुशियां आने वाली है। इस अवधि में कोई बड़ी बिजनेस डील साइन हो सकती है। ऑनलाइन बिजनेस करने वाले जातकों को भी खूब लाभ मिलने वाला है।
कर्क राशि (Kark Zodiac)
इस राशि में बुध वक्री होकर धन के भाव यानी बारहवें भाव में है और वक्री होकर लग्न भाव में भी फल देंगे। इसके साथ ही राहु से पंचम और नवम में बुध है। ऐसे में बुध और राहु के बीच त्रिकोण का संबंध बन रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों को खूब लाभ मिलने वाला है। राहु भाग्य भाव में बैठे रहने के कारण आपको लाभ मिलेगा। आय के नए स्त्रोत खुलेंगे। इसके साथ ही खूब कमाई करने में कामयाब होंगे। वाणी के बल होगा, इससे आप अपने परिवार, दोस्त या फिर जीवनसाथी से कहना चाहते थे, अब इस समय पर अपनी बात को खुलकर रखेंगे। भाई-बहनें, पिता का साथ मिलेगा। शिक्षा के क्षेत्र में आपको खूब लाभ मिलने वाला है। आपको कई क्षेत्रों से धन लाभ हो सकता है। विदेशी व्यापार से भी खूब धन लाभ मिलेगा। धन संचित करने में भी कामयाब होंगे।
तुला राशि (Tula Zodiac)
इस राशि में बुध वक्री अवस्था में विदेश और भाग्य के स्वामी होकर लाभ के भाव यानी ग्यारहवें में गोचर किया है। इसके साथ ही राहु छठे भाव में विराजमान है। ऐसे में इस राशि के जातकों को विदेशों से काफी लाभ मिल सकता है। विदेश में उच्च शिक्षा पाने का सपना पूरा हो सकता है। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। करियर को लेकर आप कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षा में भी सफलता हासिल होगी। करियर को नई ऊंचाइयों में ले जाएंगे और लंबे समय से रुके काम पूरे होंगे। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। इसके साथ ही जीवन में हर एक संकट को पार कर लेंगे। आय के नए स्त्रोत खुलेंगे। सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों को आपका पूरा सहयोग मिलेगा। सरकारी प्रोजेक्ट में भी ला4भ मिलेगा। कला के क्षेत्रों से जुड़े जातकों को धन लाभ के साथ सरकार की तरफ से मान-सम्मान मिल सकता है।
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