Budh Transit 2022: वैदिक ज्योतिष के अनुसार हर ग्रह एक निश्चित अवधि पर गोचर करता है और इसका सीधा प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है। आपको बता दें कि बुद्धि और व्यापार के दाता बुध ग्रह 8 अप्रैल को वृष राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। ज्योतिष के अनुसार जब- जब बुध ग्रह गोचर करते हैं तो इनका प्रभाव व्यापार, शेयर बाजार, अर्थव्यवस्था पर पड़ता है। इसलिए इनके गोचर का असर भी सभी राशियों पर पड़ेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसीं हैं, जिनको इस गोचर से विशेष लाभ हो सकता है। आइए जानते हैं ये 3 राशियां कौन सीं हैं…

कर्क राशि: आपकी गोचर कुंडली से बुध देव 11वें भाव में गोचर करेंगे। जिसे आय और लाभ का भाव कहा जाता है। इसलिए इस समय आपकी इनकम में बढ़ोतरी हो सकती है। साथ ही कारोबार और करियर में अच्छी सफलता मिल सकती है। आप व्यापार में कोई नए उपक्रम पर निवेश भी कर सकते हैं। साथ ही वहीं बुध देव आपके चतुर्थ भाव के स्वामी भी हैं। इसलिए आपको वाहन और घर का भी सुख मिल सकता है। माता के साथ संबंध अच्छे रह सकते हैं। साथ ही बुध देव आपके पराक्रम भाव के स्वामी है। इसलिए इस समय आपके पराक्रम में वृद्धि होगी। साथ ही गुप्त शत्रुओं का नाश होगा।

सिंह राशि: आपकी गोचर कुंडली से बुध ग्रह दशम स्थान में भ्रमण करेंगे, जिसे करियर और नौकरी का भाव कहा जाता है। इसलिए इस समय आपको नई जॉब का प्रस्ताव आ सकता है। साथ ही अगर आप नौकरी कर रहे हैं तो आपका प्रमोशन और इंक्रीमेंट लग सकता है। कारोबार का विस्तार हो सकता है। साथ ही नए व्यवसायिक संबंध भी बन सकते हैं। जिससे आपको भविष्य में फायदा हो सकता है। इस समय आपकी कार्यशैली में सुधार आएगा, जिससे आपकी ऑफिस में तारीफ हो सकती है। साथ ही कार्यक्षेत्र में वरिष्ठजनों का सहयोग प्राप्त हो सकता है। वहीं बुध देव आपके धन और वाणी भाव के स्वामी हैं, इसलिए इस समय आपको आकस्मिक धनलाभ हो सकता है। साथ अटका हुआ धन प्राप्त हो सकता है।

मेष राशि: आपकी गोचर कुंडली से बुध देव दूसरे भाव में गोचर करेंगे, जिसे धन और वाणी का भाव कहा जाता है। इसलिए इस दौरान आपको आकस्मिक धन की प्राप्ति हो सकती है। व्यापार मे अच्छा मुनाफा हो सकता है। साथ ही जो लोग वाणी के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं, जैसे- वकील, मार्केटिंग और शिक्षक के कार्यक्षेत्र से जुड़ा हुए हैं उनको ये समय शानदार रहने वाला है। साथ ही बुध आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। इसलिए इस समय आपके पराक्रम में वृद्धि होगी। साथ ही गुप्त शत्रुओं का नाश होगा।