Yamuna Mata Ji Ki Aarti, Bhai Dooj Puja Aarti Lyrics In Hindi: सनातन धर्म में भाई दूज के पर्व का विशेष महत्व है। क्योंकि भाई दूज के साथ ही पांच दिवसीय दिवाली उत्सव का समापन होता है। पंचांग अनुसार हर साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन भाई दूज के पर्व मनाया जाता है। भाई दूज का दिन भाई बहन के प्यार और स्नेह के रिश्ते का प्रतीक होता है। वहीं भाई को तिलक करने से पहले बहनें कुछ नहीं खाती हैं इस समय अवधि को भाई दूज व्रत कहा जाता है। इस साल भाई दूज का पर्व 3 नवंबर को मनाया जाएगा। आइए जानते हैं इस दिन पूजा के बाद कौन सी आरती करनी चाहिए, जिससे पूजा का पूर्ण फल मिल सके…
भाई दूज 2024 तिथि (Bhai Dooj 2024 Tithi)
कार्तिक मास द्वितीया तिथि की शुरुआत 2 नवंबर को रात में 8 बजकर 21 मिनट पर होगा और कार्तिक द्वितीया तिथि 3 नवंबर को रात में 10 बजकर 5 मिनट पर समाप्त हो रही है। वहीं उदया तिथि के अनुसार भाई दूज 3 नवंबर को मनायी जाएगी।
भाई दूज 2024 शुभ मुहूर्त (Bhai Dooj 2024 Shubh Muhurat)
पंचांग के मुताबिक 3 तारीख को सुबह में 11 बजकर 38 मिनट तक सौभाग्य योग रहेगा। इसके बाद शोभन योग लग जाएगा। इसलिए भाई दूज के दिन पूजा के लिए सबसे उत्तम मुहूर्त 11 बजकर 46 मिनट तक रहेगा।
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 51 मिनट से 05 बजकर 43 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 01 बजकर 54 मिनट से 02 बजकर 38 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 34 मिनट से 06 बजे तक
यमुना जी की आरती
ॐ जय यमुना माता, हरि ॐ जय यमुना माता,
जो नहावे फल पावे सुख सुख की दाता
ॐ पावन श्रीयमुना जल शीतल अगम बहै धारा,
जो जन शरण से कर दिया निस्तारा
ॐ जो जन प्रातः ही उठकर नित्य स्नान करे,
यम के त्रास न पावे जो नित्य ध्यान करे
ॐ कलिकाल में महिमा तुम्हारी अटल रही,
तुम्हारा बड़ा महातम चारों वेद कही
ॐ आन तुम्हारे माता प्रभु अवतार लियो,
नित्य निर्मल जल पीकर कंस को मार दियो
ॐ नमो मात भय हरणी शुभ मंगल करणी,
मन ‘बेचैन’ भय है तुम बिन वैतरणी
ॐ ॐ जय यमुना माता, हरि ॐ जय यमुना माता।