रत्नशास्त्र में 9 ग्रहों का वर्णन मिलता है। इन रत्नों का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है। रत्न ग्रह के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए और कमजोर ग्रह की शक्ति बढ़ाने के लिए धारण किए जाते हैं। सफेद मूंगा का संबंध शुक्र और मंगल दोनों ग्रहों से माना जाता है। मतलब जब जन्मकुंडली में ये दोनों ग्रह अशुभ स्थिति में स्थित होते हैं। तो ज्योतिषी सफेद मूंगा धारण करने की सलाह देते हैं। आइए जानते हैं सफेद मूंगा धारण करने के लाभ और सही विधि…
सफेद मूंगा धारण करने के लाभ
-रत्न शास्त्र अनुसार सफेद मूंगा धारण करने के कई लाभ हैं। यह रत्न मानसिक शांति देता है। मतलब जिन लोगों को क्रोध बहुत आता है वह लोग सफेद मूंगा धारण कर सकते हैं।
-ज्योतिष अनुसार जिन लोगों के वैवाहिक जीवन में कड़वाहट आ गई है या बात- बात पर लड़ाई- झगड़े होते हैं तो वो लोग भी सफेद मूंगा धारण कर सकते हैं। ज्योतिष के अनुसार, इससे उनके रिश्तों में प्यार बढ़ेगा और आपसी संबंध में भी मजबूती आएगी।
-वहीं अगर आपकी कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर स्थिति में विराजमान है तो भी सफेद मूंगा धारण कर सकते हैं।
-शुक्र ग्रह भी अगर कमजोर स्थिति में स्थित है तो भी सफेद मूंगा धारण किया जा सकता है।
ये लोग कर सकते हैं धारण
सफेद मूंगा रत्न मेष और वृश्चिक राशि के लोग धारण कर सकते हैं। क्योंकि इन दोनों राशि के स्वामी मंगल ग्रह हैं। वहीं वृष और तुला राशि के लोग भी मूंगा धारण कर सकते हैं। अगर कुंडली में मंगल और शुक्र ग्रह अस्त हैं तो भी मूंगा पहनना लाभकारी रहता है।
धारण करने की सही विधि
रत्न शास्त्र के मुताबिक मूंगा रत्न को मंगलवार और शुक्रवार के दिन धारण करना शुभ माना जाता है। इस दिन सुबह मूंगे को गंगा जल में डुबाकर रख दें। साथ ही इसको धूप दिखाएं और फिर 108 बार ‘ऊं अं अंगारकाय नम:’ मंत्र का जाप करते हुए इसे धारण करें। सफेद मूंगा चांदी में धारण करना शुभ फलदायी माना जाता है। मूंगा धारण करने के बाद मंगल ग्रह से संबंधित दान निकालकर किसी मंदिर के पुजारी को देकर आएं।