रत्न शास्त्र के मुताबिक रत्न ग्रहों का शुभ प्रभाव बढ़ाकर व्यक्ति को जीवन में तरक्की दिलाने का कारक बनते हैं। रत्न विज्ञान में 84 उपरत्न और 9 रत्नों का वर्णन मिलता है। इन रत्नों पर किसी न किसी ग्रह का आधिपत्य होता है। यहां हम आज बात करने जा रहे हैं मोती रत्न के बारे में, जिसे चंद्रमा ग्रह का रत्न माना गया है। ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक माना गया है।

रत्न विज्ञान के अनुसार जिन लोगों का चंद्रमा अशुभ या कमजोर होता है। वह लोग मोती धारण कर सकते हैं। लेकिन मोती रत्न बाजार में नकली भी उपलब्ध है और जब लोग बाजार में मोती को खरीदने जाते हैं तो उनके मन में संशय रहता है कि जो मोती हम खरीद रहे हैं। यह असली भी है या नहीं। लेकिन उसके लिए मोती रत्न की पहचान होना बहुत जरूरी है। इसलिए यहां हम आपको मोती रत्न की पहचान बताने जा रहे हैं। जो मोती खरीदते समय आपकी मदद कर सकतीं हैं।

इन राशि के लोग धारण कर सकते हैं मोती:

ज्योतिष अनुसार चंद्रमा की महादशा होने पर मोती धारण करना अच्छा माना जाता है। चंद्रमा अगर पाप ग्रहों की दृष्टि में है तब भी मोती पहनने की सलाह दी जाती है। चंद्रमा अगर जन्म कुंडली में 6, 8 या 12 भाव में स्थित है तब भी आप मोती धारण सकते हैं। चंद्रमा क्षीण हो या सूर्य के साथ हो तब भी आप मोती धारण कर सकते हैं। कुंडली में अगर चंद्रमा कमजोर स्थिति में है तो भी चंद्रमा का बल बढ़ाने के लिए मोती धारण कर सकते हैं।

ऐसे करें असली मोती की पहचान:

1- असली मोती को गाय के घी में डालने पर सख्त घी थोड़ी देर में पिघल जाता है और नकली मोती में ऐसा नहीं होता है। ऐसा करने के बाद आप आराम से असली मोती की पहचान कर सकते हैं।

2- मोती एक प्राकृतिक उत्पाद है इसलिए हर मोती लगभग दूसरे मोती से थोड़ा सा अलग प्रतीत होता है, अधिकतर मोती पूर्णरूप से गोल नहीं होते है बल्कि थोड़ा सा अण्डाकार होते है, असली मोती गोल होते है किन्तु इनका मिलना थोड़ा दुर्लभ होता है। इसलिए कोशिश करें कि मोती गोल ही हो, जो आप खरीदने जा रहे हैं।

3- असली मोती की पहचान के लिए उन्हें अपने हाथों में ले और फिर देखें आप कैसा महसूस कर रहें है, असली मोती त्वचा के सम्पर्क में आने के बाद थोड़ी देर के लिए काफी ठण्डे महसूस होते है, दूसरी तरफ नकली मोतियों का तापमान लगभग कमरे के तापमान के बराबर होगा और वे बहुत तेजी से गर्म हो जायेंगे। इससे आप आराम से पता लगा सकते हैं।

4- माना जाता है कि असली मोती दातों से आसानी से टूट जाता है, जबकि नकली मोती दातों से नहीं टूटता।

5- आप एक या दो मोतियों को अपने हाथ में लेकर उछालकर अनुमान लगायें कि उनका वनज कितना है, अधिकतर असली मोती बराबर आकार के नकली मोतियों की तुलना में कुछ अधिक वजनदार महसूस होंगे और आप आसानी से असली मोती की पहचान कर सकते हैं।