Second Bada Mangal 2025 Date: हनुमान जी को कलियुग का देवता माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि वे आज भी धरती पर विद्यमान हैं और अपने भक्तों की पुकार सुनते हैं। यूं तो हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन विशेष रूप से हनुमान जी को समर्पित होता है, लेकिन ज्येष्ठ मास के पड़ने वाले सभी मंगलवार का महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ज्येष्ठ मास के मंगलवार को ही हनुमान जी की पहली मुलाकात भगवान राम से हुई थी। इसलिए इन्हें बड़ा मंगल या बुढ़वा मंगल के नाम से जाना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन सच्चे श्रद्धा भाव से हनुमान जी की पूजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और जीवन में आ रही बाधाएं दूर होती हैं। साथ ही, कुछ खास उपाय करने से मंगल दोष से मुक्ति और सुख-समृद्धि भी प्राप्त होती है। ऐसे में आइए जानते हैं कब है ज्येष्ठ माह का दूसरा बड़ा मंगल और जानिए बजरंगबली को प्रसन्न करने के उपाय।
दूसरा बड़ा मंगल कब है?
वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के दूसरे मंगल की शुरुआत 20 मई को सुबह 5 बजकर 51 मिनट पर होगी। वहीं तिथि का समापन 21 मई को सुबह 4 बजकर 55 मिनट पर होगी। उदया तिथि के अनुसार, जेष्ठ माह का दूसरा बड़ा मंगल 20 मई को पड़ेगा।
दूसरा बड़ा मंगल के उपाय
मंगल दोष से मुक्ति के लिए
अगर आपकी कुंडली में मंगल दोष है, तो इस दिन मिट्टी से बनी वस्तुओं का दान अवश्य करें। मान्यता है कि ऐसा करने से ग्रह की उग्रता शांत होती है। इस दिन ठंडी चीजों का दान करना भी शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इन उपायों से मांगलिक दोष से भी मुक्ति मिलती है।
दुश्मनों से छुटकारा पाने के लिए
अगर आपके जीवन में कोई ऐसा व्यक्ति है जो आपको नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता हो तो ऐसे में ज्योतिष के अनुसार, बड़ा मंगल के दिन हनुमान जी को चमेली का तेल, सिंदूर और चोला चढ़ाएं। इससे न केवल शत्रु शांत होते हैं, बल्कि मानसिक बल भी बढ़ता है। मान्यता है कि इससे हनुमान जी कृपा करते हैं और रक्षा कवच प्रदान करते हैं।
पूरी होगी इच्छा
यदि आपकी कोई ऐसी इच्छा है जो लंबे समय से अधूरी है, तो बड़ा मंगल के दिन यह उपाय कर सकते हैं। इस दिन एक सरसों के तेल का दिया और मीठा पान के साथ 18 लौंग से बनी माला लेकर किसी हनुमान मंदिर जाएं। उसके बाद हनुमान जी के समक्ष दीपक जलाएं, माला अर्पित करें और पान का भोग लगाएं। फिर श्रद्धापूर्वक हनुमान चालीसा का पाठ करें और अपनी मनोकामना पूर्ण होने की प्रार्थना करें। मान्यता है कि इससे हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और अपनी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
धर्म संबंधित अन्य खबरों के लिए क्लिक करें
डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।