Vastu Tips: वास्तु का मानव जीवन पर विशेष प्रभाव पड़ता है। आपको बता दें कि अगर घर या कार्यस्थल वास्तु के अनुसार नहीं बना हो तो व्यक्ति के जीवन में दरिद्रता का वास बना रहता है। वहीं वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर घर में कोई भी वस्तु दिशा के अनुसार नहीं रखी गई है, तो उसका नकारात्मक प्रभाव घर के सभी सदस्यों पर पड़ता है। साथ ही घर की किस दिशा में क्या रखना चाहिए और क्या नहीं। किस दिशा में क्या रखना शुभ होता और क्या अशुभ इसकी जानकारी वास्तु शास्त्र में दी गई है। आइए जानते हैं कि घर की किस दिशा में जूते-चप्पल रखना शुभ होता है और किस दिशा में अशुभ…
घर की इस दिशा में नहीं रखने चाहिए जूते-चप्पल
वास्तु शास्त्र अनुसार पूर्व और उत्तर दिशा को बेहद शुभ माना गया है। क्योंकि यह दिशा देवी-देवताओं की दिशा मानी गई है। इसलिए इस दिशा को हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए। साथ ही इस दिशा में जूते-चप्पल रखना अशुभ माना गया है। वास्तु शास्त्र के अनुसार इस दिशा में जूते-चप्पल रखने से आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
मां लक्ष्मी हो सकती हैं नाराज
वास्तु मुताबिक उत्तर-पूर्व दिशा में सकारात्मक ऊर्जा रहती है, ऐसे में इस दिशा में जूते-चप्पल रखने से बचना चाहिए। वहीं उत्तर-पूर्व दिशा धन की देवी मां लक्ष्मी की भी दिशा मानी गई है। ऐसे में इस दिशा में जूते-चप्पल रखने से मां लक्ष्मी के भी रुष्ट हो सकती हैं।
शनि देव के प्रकोप का करना पड़ता है सामना
कई घरों में जूते चप्पल बिखरे हुए पड़ रहते हैं जो कि गलत है। जूते-चप्पल कभी बिखरे नहीं होने चाहिए, इन्हें सही क्रम में और सही दिशा में रखना चाहिए। ऐसे नहीं करने पर शनि प्रकोप का सामना करना पड़ सकता है।
बेडरूम में न रखें शू रैक
वास्तु मुताबिक बेडरूम में कभी भी शू रैक नहीं रखनी चाहिए। वास्तु में इसे अशुभ माना गया है। मान्यता है कि बेडरूम में जूते-चप्पल रखने से वैवाहिक जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। साथ ही पति- पत्नी में मनमुटाव रहता है। साथ ही अपने जूते-चप्पलों को सीधे घर के मुख्य द्वार के सामने रखने से बचें। ऐसा माना जाता है कि इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बाधित होता है।