मान्यताओं के अनुसार हमारे शरीर पर तिल के निशान का विशेष महत्व होता है। कहा जाता है कि शरीर पर तिल के निशान को देखकर हमारे बारें में बहुत कुछ बताया जा सकता है। शरीर पर तिल के महत्व के बारें में समुद्रशास्त्र में विस्तार से बताया गया है। इसके साथ ही माना गया है लोग अपने शरीर पर हर तिल के पीछे अपनी कामयाबी का कारण खोजने की कोशिश करते हैं। हमारे जीवन में तिल का महत्व और शरीर के अंगों पर पाए जाने वाले तिलों को लेकर कई मान्यताएं हैं। हर कोई जानना चाहता है कि उनके शरीर पर मौजूद तिल का क्या अर्थ है और किसी भी तरह से वो उनके स्वभाव के बारे में कैसे बता सकता है। सामुद्रिक शास्त्र में तिल के बारे में शारीरिक अंगों पर मौजूद तिलों से बारे में जानकारियां दी गई हैं।
समुद्र शास्त्र में दी गई जानकारी के अनुसार अगर किसी व्यक्ति के मस्तिष्क पर तिल है वह बहुत समझदार और तार्किक होता है। वहीं अगर किसी की हथेली पर तिल है तो वह बहुत धनवान होता है। ऐसे व्यक्ति के पास पैसे की कमी नहीं रहती। जिस व्यक्ति के पांव के नीचे तिल का निशान है तो उसे जिंदगी में घूमने के बहुत मौके मिलते हैं। अगर किसी के पेट पर तिल है तो उसे सारी जिंदगी बहुत स्वादिष्ट भोजन मिलता है। विशेषज्ञों के अनुसार अनामिका अंगुली के नीचे सूर्य पर्वत होता है। अगर किसी व्यक्ति के इस भाग में तिल है तो ये दर्शाता है कि ऐसे व्यक्ति को गुस्सा बहुत आता है। ऐसा व्यक्ति अपने कामों से अपनी प्रतिष्ठा को समाप्त करने वाला होता है। शरीर पर आपने काले रंग के तिल को देखा है लेकिन अगर आपके शरीर पर कोई लाल रंग का तिल है तो ऐसे व्यक्ति की हड्डियों में शिकायत मिल सकती है वहीं इस तरह के व्यक्ति को अपने दर्द के प्रति सचेत रहना चाहिए।
वहीं अगर इसी अंगुली के दूसरे भाग में तिल है तो ये आपके कमजोर रिश्तों की ओर इशारा करता है। यहां तिल होना दर्शाता है कि ऐसे व्यक्ति का कोई भी रिश्ता मजबूती से आगे नहीं बढ़ पाएगा। चाहे वो रिश्ता माता-पिता हो या जीवनसाथी के साथ। अगर किसी व्यक्ति की अनामिका अंगुली के ठीक नीचे अगर कोई तिल है तो ये आंखों की कमजोरी की ओर इशारा करता है। ऐसे व्यक्ति को अपनी आंखों को लेकर सचेत रहना चाहिए। वहीं अगर अनामिका अंगुली के तीसरे भाग पर तिल है तो इसका मतलब है कि ऐसा व्यक्ति मानसिक रूप से कमजोर होने के साथ-साथ आत्म विश्वास की भी कमी है।