Ashadh Month 2025 Date: हिंदू धर्म में आषाढ़ माह का विशेष महत्व है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा तिथि के साथ समापन के साथ ही आषाढ़ माह आरंभ हो जाता है। इस माह के साथ ही बारिश का मौसम शुरू हो जाता है। हिंदू धर्म में इस माह को भगवान विष्णु के साथ-साथ शिव जी का माना जाता है। इस महीने देवशयनी एकादशी, जगन्नाथ यात्रा से लेकर गुप्त नवरात्रि पड़ती है। आइए जानते हैं आषाढ़ माह में पड़ने वाले व्रत-त्योहारों से लेकर नियम के बारे में…
कब से आरंभ हो रहा है आषाढ़ माह?
वैदिक पंचांग के अनुसार, 11 जून को दोपहर 1 बजकर 13 मिनट से आषाढ़ के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि आरंभ हो रही है, 12 जून को दोपहर 2 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में उदया तिथि के आधार पर आषाढ़ माह 12 जून से आरंभ हो रहा है। इसके साथ ही आषाढ़ माह का समापन 10 जुलाई को हो रहा है।
आषाढ़ मास का महत्व (Ashadh Month 2025 Significance)
हिंदू धर्म में आषाढ़ माह का विशेष महत्व है। इस महीने भगवान विष्णु के साथ शिव जी की पूजा करने का विशेष महत्व है। इसके अलावा इस महीने से ही भगवान विष्णु चार माह के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं। ऐसे में देवशयनी एकादशी का व्रत रखा जाता है। इसके अलावा इस माह धार्मिक यात्राएं करना काफी शुभ माना जाता है। इसके अलावा इस माह भगवान शिव, मां लक्ष्मी और सूर्य देव की पूजा करना भी काफी शुभ माना जाता है। ऐसा करने से समाज में मान-सम्मान मिलता है और रोगों से मुक्ति मिलती है। इस माह दान देना भी शुभ माना जाता है।
आषाढ़ माह 2025 में पड़ने वाले व्रत त्योहार (Ashadh Month 2025 Vrat Tyohar)
14 जून 2025 – संकष्टी गणेश चतुर्थी
15 जून 2025- पितृ दिवस , मिथुन संक्रांति
18 जून 2025- कालाष्टमी , बुधाष्टमी व्रत
21 जून 2025- योगिनी एकादशी
23 जून 2025- मास शिवरात्रि , प्रदोष व्रत , सोम प्रदोष व्रत
24 जून 2025- रोहिणी व्रत
25 जून 2025- अमावस्या, आषाढ़ अमावस्या
26 जून 2025- चंद्र दर्शन , गुप्त नवरात्रि प्रारंभ
27 जून 2025- जगन्नाथ रथ यात्रा
28 जून 2025- वरद चतुर्थी
30 जून 2025- कौमार षष्ठी , स्कंद षष्ठी, सोमवार व्रत
01 जुलाई 2025- षष्टी
02 जुलाई 2025- बुधाष्टमी व्रत
03 जुलाई 2025- दुर्गाष्टमी व्रत
06 जुलाई 2025- आषाढ़ी एकादशी, देवशयनी एकादशी
06 जुलाई 2025- वासुदेव द्वादशी
08 जुलाई 2025- भौम प्रदोष व्रत , जया पार्वती व्रत प्रारंभ , प्रदोष व्रत
10 जुलाई 2025- पूर्णिमा , गुरु पूर्णिमा , सत्य व्रत , व्यास पूजा , सत्य व्रत , पूर्णिमा व्रत
आषाढ़ माह के नियम (Ashadh Month 2025 Niyam)
आषाढ़ माह में एक ऋतु समाप्त होने के साथ दूसरी ऋतु आरंभ होती है। ऐसे में शरीर का खास ख्याल रखने की जरूरत है। इसके साथ ही इस दौरान रोजाना ‘ॐ नम: शिवाय’ या ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः:’ मंत्र का जाप करना शुभ हो सकता है। स्नान आदि करने के साथ नियमित रूप से सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए। इसके अलावा इस माह में जरूरतमंद या फिर गरीब को अन्न, जल, वस्त्र आदि का दान अवश्य करें।
जून माह में शुक्र, बुध, मंगल और सूर्य राशि परिवर्तन करने वाले हैं। ऐसे में वह कई शुभ और अशुभ राजयोगों का निर्माण कर रहे हैं। ऐसे में 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव अवश्य देखने को मिलने वाला है। जून माह में कई राशि के जातकों की किस्मत का साथ मिल सकता है, तो कुछ राशियों को संभलकर रहने की जरूरत है। आइए जानते हैं जून माह में कैसा बीतेगा 12 राशियों का दिन। जानें मासिक राशिफल
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