Ardhakedra Yog In Kundli: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में हर ग्रह एक निश्चित अवधि के बाद अपनी स्थिति में बदलाव करते है जिसका असर देश-दुनिया में देखने को मिलता है। ऐसे ही देवताओं के गुरु गुरु बृहस्पति इस समय मिथुन राशि में विराजमान है। गुरु के इस राशि में रहकर किसी न किसी ग्रह के साथ युति या फिरल दृष्टि डालेंगे, जिससे कुछ खास योगों का निर्माण हो सकता है। ऐसे ही आज गुरु बृहस्पति बुध के साथ संयोग करके अर्धकेंद्र योग का निर्माण कर रहे हैं। इस खास योग का निर्माण होने से कुछ राशि के जातकों को नौकरी-व्यापार में अचानक लाभ मिल सकता है। ये विश्लेषण चंद्र राशि के आधार पर किया गया है। हालांकि लग्न के आधार पर भी इस राशि को देख सकते हैं। आइए जानते हैं इन लकी राशियों के बारे में…

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 4 सितंबर को दोपहर 2 बजकर 7 मिनट पर गुरु और बुध एक-दूसरे 45 डिग्री पर होंगे, जिससे अर्धकेंद्र योग का निर्माण हो रहा है। इस समय बुद्धि के दाता बुध सिंह राशि में सूर्य के साथ विराजमान है। वहीं गुरु मिथुन राशि में स्थित है।

17 सितंबर से इन राशियों की होगी चांदी ही चांदी, कर्मफल दाता शनि बनाएंगे पावरफुल योग, नई नौकरी के योग

वृषभ राशि (Taurus Zodiac)

इस राशि के जातकों के लिए गुरु-बुध का अर्धकेंद्र की क्षेत्रों में लाभकारी हो सकता है। इस योग के दौरान लग्न भाव में गुरु और चौथे भाव में बुध की स्थिति रहने से जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। परिवार के साथ सुखद समय व्यतीत होगा और दांपत्य जीवन में भी खुशियां बढ़ेंगी। जीृमीन जायदाद के मामले में काफी लाभ मिल सकता है। गुरु की कृपा से मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। नई नौकरी की तलाश करने वालों को सफलता मिल सकती है तथा लंबे समय से चल रही परेशानियां समाप्त होंगी। साथ ही, कोर्ट-कचहरी और कानूनी मामलों में भी अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना है।

सिंह राशि (Leo Zodiac)

इस राशि के जातकों के लिए बुध और गुरु का अर्धकेंद्र काफी लाभकारी हो सकता है। सामान्यतः सिंह राशि में बुध का गोचर उतना अनुकूल नहीं माना जाता, लेकिन यहां यह लाभ और धन भाव का स्वामी बनकर लग्न में स्थित होने से शुभ परिणाम प्रदान करेगा। इस स्थिति में जातकों को जीवन के लगभग हर क्षेत्र में सफलता मिलने की संभावनाएं बढ़ेंगी। आत्मविश्वास और साहस में तेजी से वृद्धि होगी, जिससे आप बड़े निर्णय लेने और जोखिम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे। यही आत्मबल आपको प्रतियोगिताओं और चुनौतियों में सफलता दिलाएगा।

धनु राशि (Dhanu Zodiac)

इस राशि के जातकों के लिए गुरु-बुध का अर्धकेंद्र कई मायनों में खास हो सकता है। इस राशि के जातकों के लिए यह समय भाग्यवर्धक और अवसरों से भरपूर साबित होगा। किस्मत का साथ मिलने से लंबे समय से अटके हुए कार्य धीरे-धीरे पूरे होने लगेंगे। आत्मविश्वास और निर्णय लेने की क्षमता में बढ़ोतरी होगी, जिससे आप बड़े और महत्वपूर्ण कामों को भी सहजता से पूरा कर पाएंगे। इस अवधि में देश-विदेश की यात्राओं के प्रबल योग बन रहे हैं। ये यात्राएँ न केवल आनंददायक होंगी बल्कि भविष्य में लाभ और प्रगति के नए रास्ते भी खोलेंगी। विदेश जाने की तैयारी कर रहे छात्रों और नौकरीपेशा जातकों के लिए यह समय खासतौर पर शुभ रहेगा। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को भी एकाग्रता और मेहनत का सकारात्मक परिणाम सफलता के रूप में मिलेगा। उच्च शिक्षा या किसी विशेष कोर्स के लिए आवेदन करने के लिए भी यह उचित समय है। आर्थिक दृष्टि से भी यह गोचर फलदायी रहेगा।

सितंबर माह के पहले सप्ताह कई राजयोगों का निर्माण होने वाला है। इस सप्ताह सूर्य की बुध से सिंह राशि में युति हो रही है, जिससे त्रिग्रही के साथ बुधादित्य योग का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा इस सप्ताह समसप्तक, षडाष्टक, गजलक्ष्मी, नवपंचम, महालक्ष्मी जैसे राजयोगों का निर्माण हो रहा है। ऐसे में कुछ राशि के जातकों को इस सप्ताह विशेष लाभ मिल सकता है। आइए ज्योतिषी सलोनी चौधरी से जानते हैं मेष से लेकर मीन राशि तक के जातकों का कैसा बीतेगा ये सप्ताह। जानें साप्ताहिक टैरो राशिफल

मेष राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलवृषभ राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
मिथुन राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलकर्क राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
सिंह राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलकन्या राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
तुला राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलवृश्चिक राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
धनु राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलमकर राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
कुंभ राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलमीन राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल

डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।