Ahoi Mata Aarti Ahoi Ashtami Aarti Lyrics In Hindi:
हिंदू धर्म में अहोई अष्टमी व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत संतान को समर्पित होता है। आपको बता दें कि माताएं अपनी संतान की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और उत्तम भविष्य के लिए व्रत रखती हैं। साथ ही शाम तक निर्जला रहती हैं। वहीं शाम को तारा और चंद्रमा  को अर्घ्य देने के बाद व्रत पारण किया जाता है। पंचांग अनुसार इस साल अहोई अष्टमी का व्रत 24 अक्टूबर को रखा जाएगा। वहीं इस दिन अहोई माता की उपासना की जाती है। कहते हैं कोई भी पूजा बिना आरती के परी नहीं मानी जाती है। यहां विस्तार से पढ़ें अहोई माता की आरती…

पूजा का शुभ मुहूर्त 2024 (Ahoi Ashtami Puja Timing 2024)

वैदिक पंंचांग अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि यानी अहोई अष्टमी को पूजा का शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 41 मिनट से लेकर 06 बजकर 58 मिनट तक है। साथ ही संध्याकाल में तारा देखने का शुभ मुहूर्त 06 बजकर 05 मिनट है। इस समय व्रती तारों को देखकर व्रत खोल सकती हैं

पंचांग

सूर्योदय – सुबह 06 बजकर 29 मिनट पर

सूर्यास्त – शाम 05 बजकर 43 मिनट पर

चंद्रोदय- रात 11 बजकर 56 मिनट पर

चंद्रास्त- दिन 01 बजकर 26 मिनट पर

ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 46 मिनट से 05 बजकर 37 मिनट तक

विजय मुहूर्त – दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से 02 बजकर 42 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 42 मिनट से 06 बजकर 08 मिनट तक

निशिता मुहूर्त – रात्रि 11 बजकर 40 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक

Ahoi Ashtami 2024 Aarti Lyrics

जय अहोई माता जय अहोई माता।
तुमको निशिदिन सेवत हर विष्णु विधाता॥ जय० ॥

ब्रह्माणी रूद्राणी कमला तू ही है जगमाता ।
सूर्य चन्द्रमा ध्यावत नारद ऋषि गाता। जय० ॥

माता रूप निरंजन सुख सम्पति दाता।
जो कोई तुमको ध्यावत नित मंगल आता। जय० ॥

तू ही है पाताल वसंती, तू ही शुभदाता।
कर्मप्रभाव प्रकाशक जगनिधि से त्राता। जय० ॥

जिस घर थारो बासो वाही में गुण आता।
कर न सके सोई करले मन नहीं घबराता। जय० ॥

तुम बिन सुख न होवे पुत्र न कोई पाता।
खान पान का वैभव तुम बिन नही जाता। जय० ॥

शुभ गुण सुन्दर मुक्ता क्षीरनिधि जाता।
रत्न चतुर्दश तोकूं कोई नहीं पाता। जयः ॥

श्री अहोई माँ की आरती जो कोई गाता।
उर उमंग अतिं उपजे पाप उतर जाता। जय० ॥