Padmini Ekadashi 2023 Date: हिंदू धर्म में हर मास पड़ने वाली एकादशी का विशेष महत्व है। साल भर में 24 एकादशी पड़ती है। लेकिन इस साल अधिक मास होने के कारण 26 एकादशी पड़ रही है। ऐसा संयोग हर तीसरे साल में आता है। अधिक मास में पड़ने वाली एकादशी का विशेष महत्व है। बता दें कि अधिक मास 18 जुलाई से आरंभ हो गया है, जो 16 अगस्त 2023 को समाप्त होगा। ऐसे में पहली एकादशी अधिक मास के शुक्ल पक्ष में पड़ रही है जिसे पद्मिनी एकादशी कहा जाएगा। जानिए पद्मिनी एकादशी की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व।

पद्मिनी एकादशी को पुरुषोत्तम एकादशी के नाम से भी जानते हैं। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने और व्रत रखने से सुख- समृद्धि और वैभव की प्राप्ति होती है।

कब है पद्मिनी एकादशी? (Padmini Ekadashi 2023 Date)

पद्मिनी एकादशी तिथि- 29 जुलाई 2023
अधिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी आरंभ- 28 जुलाई 2023 को दोपहर 2 बजकर 51 मिनट पर शुरू
अधिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी समाप्त- 29 जुलाई को दोपहर 1 बजकर 05 मिनट

पद्मिनी एकादशी का शुभ मुहूर्त (Padmini Ekadashi 2023 Shubh Muhurat)

पूजा का शुभ मुहूर्त- 29 जुलाई को सुबह 4 बजे से 11 बजे तक

पद्मिनी एकादशी 2023 व्रत पारण समय (Padmini Ekadashi 2023 Paran Time)

पद्मिनी एकादशी व्रत का पारण 30 जुलाई 2023 को सुबह 5 बजकर 40 मिनट से 8 बजकर 23 मिनट तक कर सकते हैं।

पद्मिनी एकादशी व्रत का महत्व (Padmini Ekadashi 2023 Significance)

ज्योतिषों के अनुसार, हर तीन बाद अधि मास आता है। ऐसे में अधिक मास में पड़ने वाली एकादशी का विशेष महत्व है। इस एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने के साथ व्रत रखने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है, साथ ही मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही सुख-समृद्धि, धन-वैभव मिलता है। इस दिन गंगा स्नान के साथ दीपदान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

FAQ

पद्मिनी एकादशी कब है?

पद्मिनी एकादशी इस साल 29 जुलाई 2023 को पड़ रही है।

पद्मिनी एकादशी क्यों है खास?

दरअसल, अधिक मास तीन साल में एक बार आता है। इसलिए अधिक मास में पड़ने वाली एकादशी का विशेष महत्व है।

पद्मिनी एकादशी में किसी देवता की जाती है पूजा?

पद्मिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है।

अधिक मास की दूसरी एकादशी कब?

हिंदू पंचांग के अनुसार, अधिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को परम एकादशी कहा जाता है। इस साल ये एकादशी 12 अगस्त 2023 को पड़ रही है।

एकादशी के दिन कौन सा मंत्र पढ़ना चाहिए?

ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय॥ ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥

क्या एकादशी के दिन पानी पी सकते हैं?

निर्जला एकादशी को छोड़कर हर किसी एकादशी को पानी पी सकते हैं।