Adhik Maas Tulsi Puja: 18 जुलाई से अधिक मास आरंभ हो चुका है, जो 16 अगस्त 2023 तक चलेगा। इस दिन भगवान विष्णु और शिव जी की पूजा करने का विशेष महत्व है। इसके साथ-साथ अधिक मास में तुलसी के पौधे की पूजा करना पुण्यकारी माना जाता है। नियमित रूप से तुलसी की पूजा करने से जीवन के हर एक कष्ट दूर हो जाते हैं। इसके साथ ही सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अधिक मास के दौरान तुलसी संबंधी कुछ उपाय करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं कि मलमास के दौरान कौन से उपाय करना होगा शुभ।

तुलसी के संबंध में पद्म पुराण में वर्णित हैं कि .

या दृष्टा निखिलाघसंघशमनी स्पृष्टा वपुष्पावनी।
रोगाणामभिवन्दिता निरसनी सिक्तान्तकत्रासिनी।।
प्रत्यासत्तिविधायिनी भगवतः कृष्णस्य संरोपिता।
न्यस्ता तच्चरणे विमुक्तिफलदा तस्यै तुलस्यै नमः।।

इस श्लोक का मतलब है कि तुलसी के दर्शन करने मात्र से सभी पापों का नाश हो जाता है। सपर्श करने से शरीर पवित्र हो जाता है और  रोजाना प्रणाम करने से रोगों से मुक्ति मिल जाती है। इसके साथ ही जल अर्पित करने से यमराज का भय खत्म हो जाता है। इसके साथ ही आरोपित करने में भगवान कृष्ण के समीप ले जाती  और भगवान के चरणों में मोक्ष देने वाला फल देती हैं।

अधिक मास में तुलसी से करें ये उपाय

  • अधिक मास में रोजाना सुबह स्नान आदि करने के बाद जल अवश्य अर्पित करें। लेकिन रविवार और एकादशी के दिन जल न चढ़ाएं।
  • रोजाना तुलसी में जल चढ़ाते समय  ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः:’ मंत्र का जाप जरूर करें।
  • अधिक मास के दौरान रोजाना स्नान के पानी में तुलसी की पत्तियां डालकर नहाएं। ऐस करने से विष्णु जी की असीम कृपा प्राप्त होती है।
  •  नियमित रूप से शाम के समय तुलसी के पौधे के सामने घी का दीपक जलाएं। इससे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी।
  • अधिक मास में भगवान विष्णु को भोग लगाते समय तुलसी दल जरूर इस्तेमाल करें।
  • तुलसी पूजन करने के बाद तुलसी के पौधे की परिक्रमा जरूर करें। इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
  • अधिक मास के दौरान तुलसी के पौधे में लाल रंग की चुनरी जरूर चढ़ानी चाहिए। इससे वह सुख-समृद्धि, धन-संपदा का आशीर्वाद देती है।