Vidur Niti: विदुर की गिनती महाभारत (Mahabharat) के मुख्य पात्रों में से एक के रूप में होती है। धर्म और नीतियों के ज्ञाता विदुर का जन्म एक दासी के गर्भ से हुआ था जिस कारण उन्हें राजा बनने का अधिकार नहीं था। पर वो हर समय महाराष्ट्र धृतराष्ट्र को ज्ञान का पाठ पढ़ाते रहते थें। सिर्फ महाराज ही नहीं बल्कि पितामह भीष्म भी कोई जरूरी फैसला लेने से पहले विदुर से सलाह मशविरा अवश्य करते थे। पांडव और कौरव दोनों ही अपने काका विदुर के असीमित ज्ञान के भंडार से भली-भांति परिचित थे और उनके द्वारा कही गई बातों का अनुसरण भी करते थे। वर्तमान समय में भी महात्मा विदुर की नीतियों को प्रमाणिक माना जाता है।

विदुर के प्रासंगिक श्लोकों में से एक श्लोक में उन्होंने 8 गुणों का जिक्र किया है। उनके अनुसार जो लोग इन 8 गुणों से परिपूर्ण होते हैं, उनकी सदैव प्रशंसा होती है। आइए जानते हैं उन गुणों के बारे में –

अष्टौ गुणा: पुरुषं दीपयन्ति, प्रज्ञा च कौल्यं च दम: श्रतुं च।
पराक्रमश्चबहुभाषिता च दानं यथाशक्ति कृतज्ञता च।।

महात्मा विदुर के मुताबिक जो लोग बुद्धि, कुलीनता, संयम, ज्ञान, बहादुरी, कम बोलना, दान और दूसरे के उपकारों को याद रखते हैं, उनकी तारीफ हर ओर होती है।

बुद्धि: विदुर का मानना है कि जो लोग अपनी बुद्धि का सही उपयोग करते हैं, जिंदगी में उन्हें कामयाबी मिलती है। वहीं, जो लोग बिना सोचे-समझे कार्य करते हैं उनकी जिंदगी में दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं।

कुलीनता: कुलीन व्यक्ति या जिन लोगों का स्वभाव अच्छा होता है, उनके लिए प्रसिद्धि पाना आसान होता है। जो लोग अन्य व्यक्तियों का सम्मान करते हैं और उनके साथ अच्छा व्यवहार रखते हैं, समाज में हर ओर उनकी प्रशंसा होती है। वहीं, जिन लोगों का आचरण बुरा होता है, उनकी हर ओर अवहेलना होती है।

संयम: धैर्यवान लोगों की तारीफ हर तरफ होती है, जिन्हें अपनी मन की इंद्रियों पर काबू होता है, वह साधु के समान महान बन जाता है। ऐसे लोग दूसरे भटके लोगों को सही रास्ता दिखाते हैं और सम्मान प्राप्त करते हैं।

ज्ञान: ज्ञान का भंडार मनुष्य का आचरण बेहतर बनाता है। ज्ञानी मनुष्य के पास हर समस्या का उपाय होता है। इसके अलावा, दूसरे लोग भी सलाह-मशविरा के लिए किसी ज्ञानी व्यक्ति के पास ही जाते हैं। अपने ज्ञान के बलबूते पर ये लोग समाज में सराहना प्राप्त करते हैं।

पराक्रमी: बहादुर लोग किसी भी परिस्थिति में भयभीत नहीं होते हैं। अपने साथ-साथ दूसरों को संकट से उबारने में भी मदद करते हैं। बहादुर लोगों से चोर-लुटेरे भी घबराते हैं, इन्हीं सब चीजों के वजह से पूरे समाज में इन लोगों की लोकप्रियता बढ़ती है। साथ ही, हर कोई पराक्रमी लोगों की प्रशंसा करते नहीं थकते हैं।

कम बोलने वाले लोग: कम बोलने वाले लोग हमेशा सोच-समझकर ही अपनी बातें रखते हैं। ऐसे लोगों को समझदार माना जाता है और उनके विचारों को भी बेहद अहमियत दी जाती है।

दान-दक्षिणा: जरूरतमंदों को दान-दक्षिणा देने से लोगों की जिंदगी में भी बरकत होती है। साथ ही, दानवीर लोग हर किसी से प्रशंसा प्राप्त करने के भी हकदार होते हैं।

परोपकार याद रखने वाले लोग: मुसीबत के समय में साथ देने वाले लोगों को जो व्यक्ति याद रखते हैं, उन्हें भी जीवन में प्रसिद्धि मिलती है।