वास्तु शास्त्र में प्रत्येक दिशा और कोण से संबंधित कुछ खास नियम और उपाय बताए गए हैं। वास्तु को मानने वाले ये अच्छी तरह से जानते हैं कि वास्तु दोष का प्रभाव घर के सदस्यों पर पड़ता है। कई बार हम वास्तु दोष को दूर करने के लिए वास्तु टिप्स का सहारा लेते हैं। इसके पीछे यही उद्देश्य रहता है कि घर की नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाए। साथ ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो और घर-परिवार खुशहाल रहे।
वास्तु शास्त्र में ईशान कोण से संबंधित भी कुछ बातें बताई गईं हैं। वास्तु के अनुसार ईशान कोण पूरब और उत्तर का कोना होता है। आगे जानते हैं कि ईशान कोण में किन-किन चीजों को रखने से नुकसान होता है। अक्सर वास्तु का ज्ञान बांटते हुए लोग ईशान कोण को शिक्षा से जोड़कर देखते हैं। क्योंकि यह दिशा देवगुरु बृहस्पति की है लेकिन यहां कंप्यूटर नहीं रखना चाहिए। ईशान कोण में कंप्यूटर रखने से घर के बड़े-बुजुर्ग की तबीयत खराब हो सकती है। इसलिए वास्तु शास्त्र में कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक सामान को रखने के लिए सबसे उपयुक्त जगह उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पूरब का कोना बताया गया है।
वास्तु शास्त्र में मशीनरी चीजों को शनि से जोड़कर देखा गया है। साथ ही बिजली का संबंध राहु से माना गया है। ऐसे में शनि-राहु का एक स्थान पर होना शुभ नहीं माना गया है। अक्सर महिलाएं किचन में काम करते हुए नमक का डब्बा खुला छोड़ देतीं हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार खुला हुआ नमक वातावरण की सारी नकारात्मक ऊर्जा खींच लेता है। वही नमक जब हम खाने में प्रयोग करते हैं तो इसका नकारात्मक प्रभाव हमारे शरीर पर पड़ता है।