रत्न शास्त्र में 84 उपरत्न और 9 रत्नों का वर्णन मिलता है। लेकिन इनमें से 5 मुख्य रत्न ही है। 1- माणिक्य 2- नीलम 3- मूंगा 4- पुखराज 5-हीरा। यहां हम बात करेंगे, हीरा रत्न के बारे में, जिसका संबंध धन और वैभव के दाता शुक्र देव से है। 

आपको बता दे कि हीरा सभी रत्नों में सबसे बहुमूल्य रत्नों में से एक है। बाजार में .25 सेंट हीरे की शुरुआत लगभग 25 हजार रुपये से होती है। इसलिए हीरा खरीदने समय जानकारी और सावधानी बरतना जरूरी होता है। क्योंकि जो लोग बाजार से रत्न खरीदने जाते हैं। उनके मन में यह संशय रहता है कि जो रत्न हम खरीद रहे हैं। यह असली भी है या नहीं। इसलिए हम आपको असली हीरा से संबंधित कुछ पहचान बताने जा रहे हैं। जिनको जानकर आपको हीरा खरीदने में मदद मिल सकती है। आइए जानते हैं हीरा की पहचान और किन राशि के जातकों को ये करता है सूट…

इन राशि के लोगों को करता है सूट:

ज्योतिष शास्त्र अनुसार हीरा वृष, मिथुन, कन्या, मकर, तुला और कुंभ लग्न में जन्मे लोगों के लिए शुभ होता है। वहीं सबसे अधिक लाभकारी वृषभ और तुला लग्न वालों के लिए होता है। क्योंकि तुला और वृष लग्न के स्वामी खुद शुक्र ग्रह हैं। वहीं मेष, सिंह, वृश्चिक, धनु और मीन लग्न वालों के लिए हीरा शुभ नहीं माना गया है। खासतौर पर वृश्चिक लग्न वालों को हीरा भूलकर भी नहीं पहनना चाहिए। यदि आप फैशन के तौर पर भी हीरा धारण कर रहे हैं तो ज्योतिषाचार्य की सलाह जरूर लें। 

अगर कुंडली में शनि और शुक्र ग्रह उच्च के स्थित हैं तो भी आप हीरा धारण कर सकते हैं। क्योकि शनि ग्रह और शुक्र ग्रह में मित्रता का भाव है। वहीं कुंडली में शुक्र ग्रह योगकारक या सकारात्मक स्थित हैं, तो आप हीरा धारण कर सकते हैं। ये फिर शुक्र देव आपके लग्न, पंचम और नवम के स्वामी हैं तो भी आप हीरा धारण कर सकते हैं।

ऐसे करें असली हीरा की पहचान:

 1- आप अपनी मुंह की भाप छोड़कर भी पता लगा सकते हैं हीरा असली है या  नकली। इसके लिए आपको हीरे को मुंह के सामने लाना है और भाप निकालनी है जैसे आप कभी कभी अपने चश्में के ग्लास को साफ करने के लिए करते हैं। अगर हीरे पर भाप जमे तो समझ लीजिए वो नकली है और यदि भाप माइश्चर में बदल जाये तो मान लीजिये कि आप असली हीरे के मालिक हैं।

2-हीरे के कोणों से आरपार देखिए अगर इंद्रधनुष की तरह अलग अलग रंग दिखाई दें तो हीरा अकली है, पर अगर कोई रंग ना दिखे और केवल सफेदी दिखे तो समझ लीजिए आप नकली पत्थर थामे हैं। इस विधि से भी आप आराम से असली हीरा की पहचान कर सकते  हैं।

3- हीरे को पानी में डालिए अगर डूब जाये तो असली और तैरने लगे तो नकली।

4- हीरा रोशनी का काफी बेहतरीन परावर्तक होता है यानि वो प्रकाश को रिफ्लेक्ट कर देता है। अब आप एक अखबार लीजिये और हीरें के आरपार उसे पढ़ने का प्रयास करें अगर अक्षर पढ़ने में आ जायें तो हीरा नकली है और कुछ ना दिखाई दे एक दम सौ टका असली। इस सरल विधि से भी आप असली हीरा की पहचान कर सकते हैं।

5- रत्नों को उनकी रिफ्रेक्टिव इंडेक्स, स्पेसिफिक ग्रैविटी, हार्डनेस, क्लीवेज, लस्टर, प्लियोक्रोइज्म, स्पेक्ट्रम, चेल्सिया फिल्टर आदि की सहायता से पहचाना जाता है। यह पूरी तरह से वैज्ञानिक विधि है। रत्न विशेषज्ञ उपकरणों की मदद से रत्नों की गुणवत्ता क पहचान करते हैं। लैब में जांच के बाद इसके लिए प्रमाण पत्र भी जारी किए जाते हैं।

हीरा धारण करने के लाभ:

जो लोग मीडिया, फैशन डिजाइंनिग, फिल्म लाइन से जुड़े हुए हैं, वो लोग हीरा धारण कर सकते हैं। वैवाहिक जीवन में अगर खटास रहती हो तो भी हीरा धारण कर सकते हैं। क्योंकि ये रत्न शुक्र ग्रह से संबंधित है और शुक्र ग्रह दांपत्य जीवन के कारक माने जाते हैं।