ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक सूर्य ग्रह सभी नौ ग्रहों के राजा हैं। सूर्य को गर्म ग्रह भी कहा गया है। जिनकी कुंडली में ये शुभ प्रभाव में होते हैं उनके जीवन में नौकरी से संबंधित समस्या नहीं रहती है। इसके अलावा सूर्य ग्रह जातक को सरकारी नौकरी दिलाने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। वहीं सूर्य से प्रभावित व्यक्ति आमतौर पर थोड़े क्रोधी स्वभाव के होते हैं। साथ ही ये किसी भी गलत बात को बरदास्त नहीं करते और उसकी प्रतिक्रिया तुरंत देते हैं। साथ ही साथ यदि किसी जातक की कुंडली के दसवें भाव में हो तो उसे पैतृक संपत्ति से लाभ होता है। कुंडली का मजबूत सूर्य जातक को सरकारी काम में भी लाभ पहुंचता है। ऐसे में आगे जानते हैं कि ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रह को मजबूत करने के लिए क्या उपाय बताए गए हैं।
सूर्य को मजबूत बनाने के लिए सूर्य मंत्र का जाप करना लाभकारी बताया गया है। यह मंत्र ‘ऊँ हृां हृीं सः सूर्याय नमः’ है। इस मंत्र का जाप 108 की संख्या में करना अच्छा होता है। यदि इनती संख्या में इस मंत्र का जाप करना संभव न हो तो 11 या 21 की संख्या में भी कर सकते हैं। इसके अलावा सूर्योदय के समय आधित्यहृदय स्तोत्र का पाठ करने भी सूर्य मजबूत होते हैं। ‘ॐ सूर्याय नमः’ यह मंत्र सूर्य को मजबूत बनाने के लिए सबसे आसान है। इस मंत्र का भी जाप सूर्य ग्रह को मजबूत करता है।
यदि कुंडली का सूर्य बहुत अधिक अशुभ प्रभाव दे रहा है तो इसके लिए पानी में गुड़ और तांबे का सिक्का मिलाकर अपने सिर से सात बार घुमाकर किसी नदी में बहा देन चाहिए। ऐसा करने से अशुभ सूर्य का प्रभाव कम होता है। साथ ही साथ रविवार का व्रत रखने से भी सूर्य मजबूत होता है। मंदिर में गेहूं का दान करने से भी सूर्य ग्रह मजबूत होता है। रत्नों में माणिक्य सूर्य का रत्न माना गया है। इसे तांबे में बनवाकर धारण करना चाहिए। घर खरीदते या बनवाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इसका मुख्य द्वार पूरब की ओर हो।