Aaj Ka Panchang 5 September 2023: आज भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि के सात मगलवार का दिन है। षष्ठी तिथि दोपहर 3 बजकर 46 मिनट तक रहेगी। इसके बाद सप्तमी तिथि आरंभ हो जाएगी। इसके साथ ही आज कई शुभ नक्षत्र और योग बन रहे हैं। तीज-त्योहार की बात करें, तो आज हल षष्ठी क पर्व मनाया जा रहा है। इसके साथ ही मंगलवार होने के कारण भगवान हनुमान की विधिवत पूजा करने के साथ मंगल दोष से छुटकारा पाने के उपाय किए जा सकते हैं। जानिए आज का पंचांग, राहुकाल सहित अन्य जानकारी।

आज की तिथि

भाद्रपद की कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि समाप्त- दोपहर 3 बजकर 46 मिनट पर। इसके बाद भाद्रपद की कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि आरंभ हो जाएगी।

आज का शुभ मुहूर्त

भरणी नक्षत्र- सुबह 9 बजे तक
कृतिका नक्षत्र- सुबह 9 बजे से 6 सितंबर तको सुबह 9 बजकर 20 मिनट तक
व्याघात योग- सुबह से लेकर रात 11 बजकर 23 मिनट तक
त्रिपुष्कर योग- दोपहर 3 बजकर 36 मिनट से 6 सितंबर को सुबह 6 बजकर 14 मिनट तक
सर्वार्थ सिद्धि योग- सुबह 9 बजे से कल सुबह 9 बजकर 20 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त– दोपहर 12 बजे से 12 बजकर 50 मिनट तक

आज का व्रत- हल षष्ठी

हल षष्ठी व्रत भगवान भगवान बलराम को समर्पित है। इस ललही शास्त, हर चट के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार,भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को यह पर्व मनाया जाता है। हल षष्ठी का त्योहार भगवान बलराम की जयंती के रूप में मनाया जाता है। बता दें कि यह पर्व श्रावण पूर्णिमा यानी रक्षाबंधन त्योहार के छह दिन बाद मनाया जाता है। राजस्थान राज्य में इसे ‘चंद्र षष्ठी’ के रूप में मनाया जाता है।

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय – सुबह 6 बजकर 14 मिनट
सूर्यास्त – शाम 6 बजकर 37 मिनट पर
चंद्रोदय – 5 सितंबर को रात 10 बजकर 29 मिनट पर
चन्द्रास्त – 6 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 24 मिनट तक

आज का अशुभ समय

राहुकाल – दोपहर 3 बजकर 31 मिनट से 5 बजकर 4 मिनट तक
यम गण्ड – सुबह 9 बजकर 19 मिनट से 10 बजकर 52 मिनट तक
कुलिक – दोपहर 12 बजकर 25 मिनट से 1 बजकर 58 मिनट तक
दुर्मुहूर्त – सुबह 8 बजकर 42 मिनट से 9 बजकर 32 मिनट तक,

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।