आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang): हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है। आज 17 मई 2022 मंगलवार का दिन है। आज नारद जयंती भी है। ज्येष्ठा मास की कृष्ण पक्ष प्रतिपदा 06:25 AM तक उसके बाद द्वितीया 03:00 AM, 18 मई तक है। सूर्य वृष राशि पर योग-शिव, करण- तैतिल और गर ज्येष्ठ मास है, आज का दिन बहुत ही शुभ है।
आज 17 मई का पंचांग:
शक सम्वत- 1944 शुभकृत्
विक्रम सम्वत- 2079
आज की तिथि:
तिथि- प्रतिपदा 06:26 AM तक उसके बाद द्वितीया 03:01 AM, 18 मई तक
आज का नक्षत्र- अनुराधा 10:47 AM तक उसके बाद ज्येष्ठा
आज का करण- तैतिल और गर
आज का पक्ष- कृष्ण पक्ष
आज का योग- शिव
आज सूर्योदय- सूर्यास्त का समय (Sun Time):
सूर्योदय- 5:47 AM
सूर्यास्त- 6:56 PM
आज चंद्रमा की राशि:
चन्द्रमा- चन्द्रमा वृश्चिक राशि पर संचार करेगा।
दिन- मंगलवार
माह- ज्येष्ठ
व्रत- नारद जयंती
आज का शुभ मुहूर्त (Today Auspicious Time):
अभिजीत मुहूर्त- 11:57 AM – 12:50 PM
अमृत काल– 12:18 AM – 01:45 AM
ब्रह्म मुहूर्त– 04:13 AM – 05:00 AM
विजय मुहूर्त- 02:09 PM से 03:03 PM
गोधूलि मुहूर्त- 06:24 PM से 06:46 PM
आज का शुभ योग (Aaj Ka Shubh Yoga):
अभिजीत मुहूर्त- 11:57 AM से 12:50 PM
आज का अशुभ समय( Today Bad Time):
राहु काल- 03:41 PM से 05:20 PM तक
यमगण्ड– 2:02 PM से 3:40 PM
गुलिक काल- 11:54:29 से 13:35:00 तक
गंडमूल-10:47 AM से 05:13 AM, मई 18
दिशाशूल- उत्तर दिशा
नारद जयंती का महत्व: विष्णु पुराण के अनुसार नारदजी विष्णु भगवान के परम भक्त जाते हैं। नारद मुनि विभिन्न लोकों में यात्रा करते थे, जिनमें पृथ्वी, आकाश और पाताल का समावेश होता था। ताकि देवी-देवताओं तक संदेश और सूचना का संचार किया जा सके। नारद मुनि के हाथ में हमेशा वीणा मौजूद रहती है। उन्होंने गायन के माध्यम से संदेश देने के लिए अपनी वीणा का उपयोग किया। देवर्षि नारद व्यासजी, वाल्मीकि तथा परम ज्ञानी शुकदेव जी के गुरु माने जाते हैं। नारद जी हमेशा नारायण- नारायण का संकीर्तन करते रहते हैं। साथ ही नारद जी को पहला पत्रकार भी माना जाता है। नारद जी देव, असुर सभी के पास आते- जाते रहते हैं।
आज का उपाय: आज विष्णु जी की पूजा- अर्चना के साथ माता लक्ष्मी की पूजा भी करें। साथ ही मंगल ग्रह का आशीर्वाद पाने के लिए आज मंगलवार का व्रत रहें। वहीं सुंदरकांड का पाठ करें। हनुमान बाहुक के पाठ का आज बहुत महत्व है। शिव मंदिर में भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें। क्योंकि आज के दिन का संंबंध हनुमान जी से है और भगवान शिव के बंजरंगबली रुद्र अवतार माने जाते हैं। साथ ही आज मसूर व गुड़ के दान का बहुत महत्व है। क्योंकि इन चीजों का संबंध मंगल ग्रह से है।