10 May 2020 Panchang, Today Shubh Muhurat, Rahu Kaal Time: आज एकदन्त संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi) है। इस दिन व्रत रखने का विधान है। हर महीने में संकष्टी चतुर्थी व्रत रखा जाता है। लेकिन ज्येष्ठ माह में आने वाली संकष्टी का विशेष महत्व माना गया है। इस व्रत में भगवान गणेश की पूजा कर रात को चंद्रमा के दर्शन किये जाते हैं। जानिए संकष्टी चतुर्थी का मुहूर्त और आज का पूरा पंचांग…

एकदन्त संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi Muhurat) :

संकष्टी के दिन चन्द्रोदय – 09:47 पी एम
चतुर्थी तिथि प्रारम्भ – मई 10, 2020 को 08:04 ए एम बजे
चतुर्थी तिथि समाप्त – मई 11, 2020 को 06:35 ए एम बजे

आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang):
सूर्योदय – 05:20 ए एम
सूर्यास्त – 06:29 पी एम
चन्द्रोदय – 09:47 पी एम
चन्द्रास्त – 07:39 ए एम
शक सम्वत- 1942 शर्वरी
विक्रम सम्वत- 2077 प्रमाथी
अमांत महीना – वैशाख
पूर्णिमांत महीना – ज्येष्ठ
वार- रविवार
पक्ष- कृष्ण पक्ष
तिथि – तृतीया – 08:04 ए एम तक
नक्षत्र – मूल – 04:13 ए एम, मई 11 तक
योग – शिव – 06:42 ए एम तक
क्षय योग – सिद्ध – 04:23 ए एम, मई 11 तक
करण – विष्टि – 08:04 ए एम तक
द्वितीय करण – बव – 07:13 पी एम तक
सूर्य राशि – मेष
चन्द्र राशि – धनु

आज के शुभ मुहूर्त (Aaj Ka Shubh Samay): अभिजित मुहूर्त- 11:28 ए एम से 12:21 पी एम, अमृत काल – 10:03 पी एम से 11:35 पी एम तक, सर्वार्थ सिद्धि योग- 05:20 ए एम से 04:13 ए एम, मई 11 तक, विजय मुहूर्त – 02:06 पी एम से 02:59 पी एम, गोधूलि मुहूर्त- 06:16 पी एम से 06:40 पी एम, ब्रह्म मुहूर्त- 03:52 ए एम, मई 11 से 04:36 ए एम, मई 11 तक, सायाह्न सन्ध्या – 06:29 पी एम से 07:34 पी एम, निशिता मुहूर्त- 11:33 पी एम से 12:16 ए एम, मई 11 तक, प्रातः सन्ध्या – 04:14 ए एम, मई 11 से 05:19 ए एम, मई 11 तक।

आज के अशुभ मुहूर्त (Today Ashubh Muhurat): राहुकाल- 04:51 पी एम से 06:29 पी एम, गुलिक काल- 03:12 पी एम से 04:51 पी एम, यमगण्ड- 11:55 ए एम से 01:33 पी एम, दुर्मुहूर्त- 04:44 पी एम से 05:37 पी एम, वर्ज्य- 12:46 पी एम से 02:19 पी एम, वर्ज्य- 02:41 ए एम, मई 11 से 04:13 ए एम, मई 11 तक, भद्रा- 05:20 ए एम से 08:04 ए एम तक।

निवास और शूल: होमाहुति- मंगल – 04:13 ए एम, मई 11 तक फिर गुरु, दिशा शूल- पश्चिम, राहु वास- उत्तर, अग्निवास- पृथ्वी – 08:04 ए एम तक फिर आकाश, भद्रावास- पाताल – 08:04 ए एम तक, चन्द्र वास- पूर्व।