आमतौर पर एक किलो चाय की कीमत कितनी हो सकती है? आप 400, 500 या 800 रुपए तक में जवाब सोच रहे होंगे। लेकिन चाय बागानों के लिए मशहूर असम के डिब्रूगढ़ में एक टी गार्डन में पैदा की गई चाय ने कीमत के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। मंगलवार (30 जुलाई) को बेची गई इस चाय की कीमत थी पूरे 50 हजार रुपए किलो। बता दें कि यहां होने वाली बड़ी नीलामी में देशभर के चाय उत्पादकों ने शिरकत की थी।
क्यों इतनी खास है यह गोल्ड टी? यह चाय पत्तियों नहीं बल्कि छोटी-छोटी कलियों से बनती है। हर कली को सुबह 4 से 6 बजे के बीच ही तोड़ा जाता है। इस खास समय में तोड़ने पर ही उसमें टेस्ट और सुगंध का मिश्रण मिल पाता है। इसे बनाने वालों का कहना है कि इसे उबालने पर पारंपरिक काला रंग नहीं बल्कि चमकदार पीला रंग दिखता है। दावा किया जाता है कि यह चाय ठीक सोने की तरह दिखती है।
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ग्लोबल रिकॉर्ड है इतनी कीमत! मीडिया से बातचीत में गुवाहाटी की एक संस्था ने बताया, ‘इतनी महंगी चाय पत्ती का बिकना टी इंडस्ट्री के लिए बेहद सुखद और गर्व का पल है।’ 50 हजार रुपए किलो में बिकने वाली चाय का नाम मनोहारी गोल्ड टी बताया जा रहा है। इस कीमत को ग्लोबल रिकॉर्ड बताया जा रहा है, हालांकि इस रिकॉर्ड की पुष्टि नहीं हो पाई है।
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यूं टूटे थे पिछले रिकॉर्डः डिब्रूगढ़ जिले में ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे स्थित मनोहारी टी एस्टेट का महंगी चाय के उत्पादन का रिकॉर्ड रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल यहां की चाय 39,001 रुपए प्रति किलो के भाव में बिकी थी। हालांकि बाद में अरुणाचल प्रदेश की दोन्यी पोलो टी स्टेट द्वारा पैदा की गई गोल्ड नीडल टी ने 40 हजार रुपए प्रतिकिलो के साथ यह रिकॉर्ड तोड़ दिया था।