उत्तर प्रदेश के कैराना में एक महिला ने अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है। अपनी शिकायत में महिला का कहना है कि उसने हाल ही में एक बेटी को जन्म दिया है, जिसके चलते उसका पति ने उसका उत्पीड़न किया और उसे तीन तलाक दे दिया। फिलहाल पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरु कर दी है।
खबर के अनुसार, पीड़ित महिला सादिमा का कहना है कि 10 दिन पहले ही उसने एक बेटी को जन्म दिया है, जिसके बाद से ही उसका पति जुल्फीकार, उसकी सास, पति का भाई और बहन उसका उत्पीड़न कर रहे हैं। महिला का आरोप है कि उसके ससुराल वालों ने उससे कैश और एक मोटरसाइकिल की डिमांड भी की है। शामली के एडिशनल एसपी श्लोक कुमार का इस मामले पर कहना है कि पीड़ित महिला ने 3 दिन पहले अपने पति और ससुराल के अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है, जिसकी जांच चल रही है।
उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में तील तलाक के कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें मामूली सी बात पर पति ने अपनी पत्नी को तीन तलाक दे दिया। उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को सिर्फ इस बात पर तीन तलाक दे दिया था क्योंकि महिला ने पति को खाने में जली हुई रोटियां दे दी थीं। बीते साल एक महिला को सिर्फ इसलिए तीन तलाक दे दिया गया था, क्योंकि वह सुबह देर से सोकर उठी थी, जिससे नाराज होकर पति ने महिला को तलाक ही दे दिया था। बता दें कि तीन तलाक के ही एक मामले में उत्तर प्रदेश के बरेली की एक महिला के खिलाफ फतवा जारी हो गया है। दरअसल पीड़ित महिला को उसके पति ने तीन तलाक दे दिया था और अब वह महिला अन्य महिलाओं की इस मामले में मदद करती है। इसी कारण एक मौलवी द्वारा महिला पर इस्लाम के खिलाफ जाने का आरोप लगाकर फतवा जारी कर दिया गया है। इस फतवे के अनुसार, यदि महिला बीमार पड़ती है तो उसे कोई दवाई नहीं दे सकेगा, महिला की मौत के बाद कोई भी नमाज नहीं पढ़ेगा और महिला को कब्रिस्तान में भी दफनाया नहीं जा सकेगा। फतवे में यह भी कहा गया है कि जो भी व्यक्ति महिला का समर्थन करेगा तो उसे भी इसकी सजा भुगतनी होगी।