Bihar Elections: बिहार चुनाव को लेकर सभी पार्टियां अपनी तैयारी में जुट चुकी हैं। गठबंधन की बात हो रही है, प्रचार की रणनीति बन रही है और सीटों को लेकर भी कई दिनों से मंथन जारी है। इस बीच ओवैसी की पार्टी AIMIM ने लालू प्रसाद यादव को एक चिट्ठी लिखी है। उस चिट्ठी में मांग की गई है कि उनकी पार्टी को महागठबंधन में जगह दी जाए।

ओवैसी की पार्टी क्या चाहती है?

चिट्ठी में जोर देकर कहा गया है कि अगर सभी दल साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो वोटों में बिखराव नहीं होगा। अब यह चिट्ठी भी उस समय लिखी गई है जब ओवैसी का एक इंटरव्यू सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। उस इंटरव्यू में उन्होंने साफ शब्दों में कहा था कि बिहार में पार्टी के प्रमुख अख्तरुल ईमान गठबंधन की कोशिश कर रहे हैं और हमने उनसे कहा है कि वह पूरी कोशिश करें क्योंकि चुनाव के बाद कोई इस बात का रोना ना रोये कि मम्मी-मम्मी हमसे हमारा चॉकलेट छीन लिया।

ओवैसी की क्या रणनीति?

बड़ी बात यह है कि ओवैसी की पार्टी तो पहले ही दो सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। ऐसे में साफ कहा जा चुका है कि अगर गठबंधन होना है तो उसका फैसला भी महागठबंधन को करना होगा। ओवैसी तो यहां तक कह रहे हैं कि वे सीमांचल के बाहर भी इस बार अपने उम्मीदवार उतारेंगे और अगर किसी ने भी गठबंधन साथ नहीं किया तो वे सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने को तैयार हैं।

पिछले चुनाव में जीते थे पांच विधायक

बताना होगा कि बिहार के सीमांचल में AIMIM की मौजूदगी है। 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन पार्टी को तब झटका लगा था जब उसके पांच में से चार विधायक आरजेडी में चले गए थे।