Kanwar Yatra Ruckus: रविवार को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। जिले की बिलारी तहसील के गांव इब्राहिमपुर मिर्जा कांवड़ यात्रा के दौरान लोगों ने चारपाई डालकर कांवड़ यात्रा रोकने की कोशिश की। इसके बाद यहां पर हंगामा शुरू हो गया। कांवड़ियों का रास्ता रोकने के बाद दो पक्ष एक दूसरे के आमने सामने आ गए। विवाद और भी बढ़ जाता लेकिन थोड़ी ही देर में पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच गया और दोनों पक्षों की बातें सुनकर मामले को शांत करवाया। गांव में तनाव को देखते हुए अभी भी पुलिस की तैनाती बरकरार रखी गई है।
दरअसल बिलारी तहसील के सोनकपुर थाना क्षेत्र का ये मामला है जहां कांवड़ियों का एक जत्था जल भरने के लिए हरिद्वार से लौटा था। इस जत्थे को सोमवार को लौटना था लेकिन ये लोग रविवार को ही वापस आ गए। जैसे ही इन लोगों ने गाजे-बाजे के साथ गांव में प्रवेश किया गांव में दूसरे समुदाय की महिलाएं रास्ते में चारपाई डालकर बैठ गईं इनके साथ बच्चे भी आ बैठे, जिससे कांवड़ियों का रास्ता बंद हो गया। रास्ता बंद होते देख कांवड़ ले जा रहे लोगों ने पुलिस को सूचना दी और रास्ता रोके जाने की बात कही। मौके पर पुलिस पहुंची और मामले की गंभीरता को समझते हुए भारी मात्रा में पुलिस के जवानों को भी लायी। एसओ सोनकपुर ने दोनों पक्षों को शांत करवाया।
पुलिस अधिकारियों ने मामले को सुलझाया
गांव में दूसरे समुदाय के लोगों ने आरोप लगाया कि पहले कभी इस रास्ते से कांवड़ यात्रा नहीं निकलती थी लेकिन अब नई परंपरा शुरू की जा रही है। ये कांवड़िए जानबूझ कर तेज आवाज में डीजे का शोर मचाते हुए जा रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने दोनों पक्षों को एक साथ बैठाकर लगभग दो घंटे तक बातचीत की और काफी मान मनौव्वल के बाद किसी तरह से मामला शांत हुआ और कांवड़ियों को आगे मंदिर की ओर रवाना किया गया। इसके दौरान एक बात और तय की गई कि अब से गांव में कांवड़ और मोहर्रम का मार्ग तय किया जाएगा और उसी रास्ते से होकर यात्रा निकाली जाएगी।
सहारनपुर में भी माहौल खराब करने की कोशिश
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में कांवड़ यात्रा के दौरान माहौल खराब करने की कोशिश की गई है। पुराने वीडियो को वायरल कर सनसनी फैलाने की कोशिश की गई है। ये वीडियो 5 अलग-अलग ट्विटर हैंडल से सोशल मीडिया पर शेयर किए गए हैं। इस वीडियो को वायरल करने वालों खिलाफ सहारनपुर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने आई एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने इन वीडियोज को हटाने की अपील की फिर भी ये वीडियो डिलीट नहीं किए गये। दरअसल साल 2017 में हुए कांवड़ यात्रा के दौरान रिकॉर्ड किए गए वीडियो को ताजा वीडियो बताकर सोशल मीडिया पर डाल दिया गया। जिसके बाद पुलिस ने गंभीरता से मामले को हैंडल किया और कोई अप्रिय घटना नहीं होने दी।