UP News: उत्तर प्रदेश में इस वक्त मंत्रियों की लाचारी देखने को मिल रही है। एक नहीं, दो मंत्री अपनी ही सरकार में परेशान हैं। एक मंत्री अफसर से परेशान हैं तो दूसरी पुलिस से। दोनों मंत्रियों का अपना-अपना दुख है। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा का कहना है कि अफसर उनकी बात नहीं सुनते हैं, तो दूसरी मंत्री महिला हैं, जिनका नाम प्रतिभा शुक्ला है। प्रतिभा शुक्ला गुरुवार को पुलिस की कार्यशैली को लेकर धरने पर बैठ गई। सवाल उठता है कि आखिर अपनी ही सत्ता में यह दोनों मंत्री परेशान क्यों है? आखिर यूपी में चल क्या रहा है। बता दें, यूपी में यह पहली बार नहीं है कि किसी मंत्री ने पुलिस या अफसर पर आरोप लगाए हैं। इससे पहले भी योगी सरकार में मंत्री आशीष पटेल इस तरह के गंभीर आरोप लगा चुके हैं।

ऐसे में आइए सबसे पहले बात करते हैं यूपी के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की। एके शर्मा योगी सरकार में ऊर्जा मंत्री हैं। इतना ही नहीं एके शर्मा को पीएम मोदी का भी खास माना जाता है, लेकिन यूपी में वो अपने विभाग के ही अधिकारियों से परेशान हैं।

अफसरों से परेशान यूपी के ऊर्जा मंत्री

ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा (एके शर्मा) ने अपने विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। पावर कॉर्पोरेशन के अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने चेयरमैन से लेकर XEN स्तर तक के अफसरों के पेंच कसे। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में क्या हो रहा है। हमारी मौजूदगी में ट्रांसफार्मर जल रहे हैं, हमारे सामने विधायक और जनप्रतिनिधि हमें और सरकार को गालियां दे रहे हैं और आप लोग कहते हैं कि सब कुछ ठीक है? ये नहीं चलेगा कार्यशैली में सुधार लाइये, एसी कमरों से बाहर निकलिए, अब सख्त एक्शन होगा।

बता दें, सोमवार को ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने लखनऊ के शक्ति भवन में समीक्षा बैठक बुलाई थी। इस दौरान वो बिजली विभाग के अधिकारियों पर जमकर बरसे। मंत्री ने अधिकारियों से दो टूक कहा- मैं बकवास सुनने नहीं आया हूं। आप लोग अंधे-बहरे बनकर बैठे हो, और जनता मुझे गालियां दे रही है।

मंत्री ने अधिकारियों को जनता की समस्याओं से अनजान बताया और कहा कि फील्ड की सच्चाई बिलकुल अलग है। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग कोई बनिए की दुकान नहीं है, यह जनसेवा है। गलत बिल, फालतू एफआईआर और झूठी रिपोर्टों की वजह से जनता परेशान है। आप लोग सरकारी को बदनाम करने की सुपारी ले चुके हैं।

एके शर्मा ने अधिकारियों को साफ चेतावनी दी कि मैं जनता के प्रति जवाबदेह हूं। अब ये सब नहीं चलेगा, जो फील्ड में नहीं जाएंगे और लोगों की शिकायतों पर ध्यान नहीं देंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने आगे कहा कि बिजली सेवा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गुणवत्ता व भरोसेमंद आपूर्ति सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

एक जिम्मेदार को टाइट करते हुए ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने भरी मीटिंग में कहा कि हम ये कोई प्राइवेट दुकान नहीं चला रहे कि पैसा नहीं तो बिजली नहीं, यह पब्लिक सर्विस है, सेवा तो देनी पड़ेगी। और हां, आपने क्या व्यवस्था बना दी है? एक घर का बिल नहीं भरा तो पूरे गांव की बिजली काट दी। ये किस तरह की मानसिकता है।

ऊर्जा मंत्री यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि गलत जगह विजिलेंस के छापे मारे जा रहे हैं, जहां असली बिजली चोरी हो रही है, वहां कोई नहीं जाता। FIR के नाम पर पैसा वसूला जा रहा है। वहीं, ट्रांसफार्मर जल जाता है तो हफ्तों तक बदला नहीं जाता इसलिए कह रहा हूं कि जनता को फेस करिए। कुर्सी पर बैठकर ‘ऑल इज वेल’ की झूठी रिपोर्ट बनाने से कुछ नहीं होगा।

इससे पहले 9 जुलाई को ऊर्जा मंत्री एके शर्मा का एक वीडियो काफी वायरल हुआ था। जब वो जौनपुर जा रहे थे। उसी दौरान रास्ते में वो सुल्तानपुर के सूरापुर इलाके में रुके। वहां स्थानीय व्यापारियों और लोगों ने उन्हें बिजली की भारी किल्लत की शिकायत की। लोगों ने बताया कि पूरे 24 घंटे में मुश्किल से 2 घंटे बिजली मिलती है, लेकिन ऊर्जा मंत्री समस्याएं सुनने के बाद ‘जय श्री राम, जय बजरंग बली’ का नारा लगाते हुए वहां से आगे बढ़ गए थे। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था।

पुलिस से परेशान योगी की महिला मंत्री

वहीं, दूसरा मामला योगी सरकार में राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला से जुड़ा है। प्रतिभा शुक्ला गुरुवार को पुलिस के खिलाफ कानपुर स्थित अकबरपुर कोतवाली में धरने पर बैठ गईं। मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने पुलिस पर एक भाजपा कार्यकर्ता के खिलाफ झूठा मुकदमा लिखने और बदतमीजी करने का गंभीर आरोप लगाया। इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर गहरे सवाल खड़े कर दिए।

उनकी नाराजगी का मुख्य कारण एक भाजपा कार्यकर्ता के खिलाफ दर्ज किया गया कथित झूठा मुकदमा और पुलिस द्वारा किया गया दुर्व्यवहार था। राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने खुले तौर पर पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने सीधे तौर पर अकबरपुर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें तत्काल पद से हटाने की मांग की।

इतना ही नहीं, इस मामले को लेकर प्रतिभा शुक्ला के पति और पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी के दो वीडियो वायरल हो रहे हैं। उन्होंने अपने दोनों वीडियो में सांसद भोले और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को कठघरे में खड़ा किया है। दोनों वीडियो में उन्होंने बीजेपी के सांसद देवेंद्र सिंह भोले और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को लेकर बातें कही हैं। इस दौरान प्रतिभा शुक्ला उनके बगल में बैठी दिखाई पड़ीं।

पहले वीडियो में दिखाई पड़ रहा है कि अनिल शुक्ला वारसी और प्रतिभा शुक्ला साथ बैठे हुए हैं। उनके कई समर्थक आस पास खड़े हैं। इस वीडियो में अनिल शुक्ला वारसी फोन पर जिससे बात कर रहे हैं उनको डिप्टी सीएम कहकर संबोधित कर रहे हैं और ब्राह्मण होने की बात भी कह रहे हैं। वीडियो में अनिल शुक्ला वारसी बोलते दिख रहे हैं कि आपको डिप्टी सीएम इसीलिए बनाया गया था आप ब्राह्मणों को रक्षा करेंगे। अब ब्राह्मणों के खिलाफ फर्जी मुकदमे लिखे जाएं, उनको गालियां पड़ें, ऐसे तो नहीं चल पाएगा। रस्सी लाइए मैं फांसी पर लटक जाता हूं।

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अकबरपुर से बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह भोले हैं। दूसरे वीडियो में भी अनिल शुक्ला वारसी अपनी पत्नी प्रतिभा शुक्ला के बगल में बैठे दिखाई पड़ रहे हैं। वो वीडियो में कहते नजर आ रहे हैं कि अगर निरीक्षक ना बनाया गया होता तो मैं 2024 में चुनाव लड़ता और भोले को औकात दिखा देता, फिर अनिल शुक्ला वारसी वहां मौजूद लोगों से पूछते है कि क्या भोले चुनाव जीत पाते?

मंत्री आशीष पटेल अपनी ही सरकार पर लगा चुके हैं गंभीर आरोप

वहीं, जनवरी, 2025 में उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। तकनीकी शिक्षा विभाग संभाल रहे आशीष पटेल ने राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) पर उनके ख़िलाफ़ षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने राज्य के सूचना विभाग पर भी आरोप लगाया है कि वह उनके खिलाफ खबरें छपवा रहा है और उनकी छवि को खराब किया जा रहा है।

आशीष पटेल ने यह आरोप अपनी पत्नी और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की छोटी बहन पल्लवी पटेल के आरोपों के बाद लगाए हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में पल्लवी पटेल की अपना दल (कमेरावादी) पार्टी ने समाजवादी पार्टी से गठबंधन किया था और वे सपा के सिंबल पर ही चुनाव जीतकर आई थीं। तब उन्होंने सिराथू विधानसभा सीट से बीजेपी के केशव प्रसाद मौर्य को हराया था। हालांकि अब उनकी‌ पार्टी का सपा से गठबंधन टूट गया है। विधायक पल्लवी पटेल ने आशीष पटेल के तकनीकी शिक्षा विभाग में एचओडी की नियुक्तियों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। वहीं, डिंपल के पहनावे को लेकर बीजेपी के मुस्लिम नेता ने सवाल उठाए हैं। पढ़ें…पूरी खबर।