हरियाणा सरकार ने सिरसा में कल रात (8 अगस्त 23:59 बजे) तक मोबाइल इंटरनेट सेवा और बल्क SMS सर्विस पर रोक लगा दी है। हरियाणा सरकार द्वार जारी किए ऑर्डर में कहा गया है कि सिरसा जिले में टेंशन, परेशानी, आंदोलन, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सार्वजनिक शांति और सौहार्द बिगाड़ने की आशंका है। इसी को ध्यान में रखते हुए जिले में लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने के लिए इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाने का फैसला किया गया है।

दरअसल सिरसा में डेरा जगमालवाली के संत बहादुर चंद वकील साहिब के निधन  के बाद गद्दी को लेकर विवाद गहराता नजर आ रहा है। मंगलवार को इस संबंध में एक गुट एसडीएम से मिला था। इस गुट का दावा था कि संत वकील साहिब की षड्यंत्र के तहत हत्या की गई है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में वकील साहिब के अनुयायियों ने पीएम से सीबीआई जांच करवाने की मांग की है।

8 अगस्त को भोग कार्यक्रम

8 अगस्त यानी क संत वकील साहिब के भोग का कार्यक्रम है। सिरसा प्रशासन चाहता है कि यह कार्यक्रम शांति से निपट जाए, इस संबंध में उन्होंने बॉन्ड भी भरवाए हैं।  संत बहादुर चंद वकील साहिब का अंतिम संस्कार शुक्रवार को किया गया था।

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द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में कहा गया है कि डेरा जगमालवाली के प्रमुख के अनुयायी लगातार उनकी मौत में षड्यंत्र का आरोप लगा रहे हैं, जबकि एक अलग गुट डेरा की कमान संभालने जा रहा है। हरियाणा के होम डिपार्टमेंट के अनुसार, मोबाइल इंटरनेट सस्पेंड करने के आदेश अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अनुराग रस्तोगी द्वारा दिए गए हैं।

आसपास के जिलों में भी टेंशन

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में बताया गया है कि सिरसा के अलावा फतेहाबाद और आसपास के जिलों में डेरा समर्थक भी यह आशंका व्यक्त कर रहे हैं कि डेरा जगमालवाली के प्रमुख की मौत नेचुरल नहीं है। वे डेरे के एक अन्य अनुयायी वीरेंद्र सिंह ढिल्लों पर (जो डेरे को लीड करने के लिए आगे आए हैं) वकील की हत्या की कथित रूप से साजिश रचने का आरोप लगा रहे हैं। अब ये लोग इस मामले में सीबीआई जांच की भी मांग कर रहे हैं।