Sant Siyaram Baba Death News: मध्य प्रदेश के निमाड़ में स्थित संत बाबा सियाराम का 94 वर्ष की आयु में इलाज के दौरान निधन गया है। सियाराम बाबा के निधन की खबर ने सभी को स्तब्ध कर दिया है और उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके अनुयायियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। सियाराम बाबा को लेकर कहा जाता है कि वे हनुमान जी के परम भक्त थे और उन्होंने पूरा जीवन ही भक्ति-साधना में बिताया था।
निमाड़ के संत सियाराम बाबा के निधन पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी दुख जताया है। इस मौके पर बाबा के अंतिम दर्शन के लिए मोहन यादव भी खरगौन जाने वाले हैं। खरगौन के एसपी धर्मराज मीणा ने जानकारी दी है कि संत सियाराम बाबा का सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर निधन हुआ था।
अंतिम दर्शन के लिए आश्रम में रखा गया पार्शिव शरीर
पुलिस प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए खरगौान स्थित आश्रम में रखा गया है। उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। आज शाम 4 बजे सियाराम बाबा का अंतिम संस्कार खरगौान में ही किया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव भी मौजूद रहेंगे।
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दान में लेते थे केवल 10 रुपये
सियाराम बाबा को लेकर उनके सेवादार बताते हैं कि हनुमान भक्त बाबा दान स्वरूप ज्यादातर 10 रुपये ही लेते थे। इस धनराशि को नर्मदा घाटों की मरम्मत और विभिन्न धार्मिक संस्थाओं के लिए दे देते थे। सेवादारों के मुताबिक, बाबा ज्यादा पढ़ें लिखे तो नहीं थे, फिर भी लगातार रामचरितमानस का पाठ करते रहते थे।
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12 साल तक की थी एक पैर पर तपस्या
सियाराम बाबा आश्रम में आने वाले भक्तों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन देकर सकारात्मक ऊर्जा से भर देते थे, जिसके चलेत उनके अनुयायियों की संख्या तेजी से बढ़ रही थी।
बाबा के सेवादारों ने बताया कि सियाराम बाबा ने 12 साल तक एक पैर पर खड़े होकर तपस्या की थी। इतना ही नहीं, वे सभी मौसमों में लंगोट ही पहनते थे। वे अपना काम काज खुद करने के अलावा खाना भी खुद ही बनाते थे।