Mulayam Singh Yadav: समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन पर भारतीय जनता पार्टी की सांसद डॉ रीता बहुगुणा जोशी ने शोक जताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि मुलायम सिंह एक साधारण परिवार से निकलकर ऊंचाईओं तक पहुंचे और लोहिया जी, जयप्रकाश नारायण जी के सिद्धांत को लेकर आगे बढ़े। वह हमेशा समाजवाद को लेकर चलने वाले नेता रहे। नेता जी गरीबो, पिछड़ों और किसानों के रहनुमा माने जाते थे। देश की राजनीति को उन्होंने बहुत प्रभावित किया। उत्तर प्रदेश की राजनीति में उनका बहुत बड़ा कद रहा है। मुलायम सिंह यादव अपने कार्यकर्ताओं का बहुत सम्मान करते थे।

रीता बहुगुणा जोशी ने बताया कि साल 1995 में जब वह प्रयागराज से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मेयर का चुनाव लड़ रही थी, तब मुलायम सिंह यादव ने उनके अनुरोध पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को बिठा दिया था। रीता जोशी ने आगे कहा कि मुलायम सिंह यादव ने कहा कि आप (रीता जोशी) समाजवादी पार्टी के सिंबल पर निशान चुनाव लड़े, लेकिन मैंने असमर्थता जताई, तो उन्होंने एक बार भी जोर नहीं दिया और मान गये। उन्होंने कहा कि ऐसे थे मुलायम सिंह यादव। वह हमेशा यही कहते थे कि किसी चेहरे का नहीं, बल्कि विचारधारा का विरोध होना चाहिए।

नेताजी के निधन से राजनीति आएगी खालीपनः रीता बहुगुणा

रीता बहुगुणा जोशी के अनुसार, मुलायम सिंह यादव की शख्सियत की तमाम ऐसी खूबियां थी, जो उन्हें दूसरे राजनेताओं से अलग करती हैं। रीता जोशी का कहना है कि उनके निधन से राजनीति में जो खालीपन आएगा, उसे आसानी से नहीं भरा जा सकेगा। रीता जोशी ने उनके साथ के अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा है कि मुलायम सिंह यादव से हमने बहुत कुछ सीखा। उन्होंने कहा कि मैं मेयर थी और सरकार हमारी नहीं सुन रही थी। तब मुलायम सिंह यादव से मिलीं तो उन्होंने कहा कि तुम लोगों का आंदोलन कमजोर है। आंदोलन जब तक सख्त और सक्रिय नहीं होगा तब तक शासन और प्रशासन नहीं सुनेगा। मैंने उनसे सीखा की किसी मुद्दे उठाओ को उसे अंजाम तक पहुंचाओ।

नेता जी से आंदोलन और जुझारू होना सीखाः रीता बहुगुणा

रीता बहुगुणा जोशी ने आगे कहा कि आंदोलन को सक्रिय रुप से चलाना मैंने उनसे सीखा। नेता जी से आंदोलनकारी और जुझारू होना सीखा। उन्होंने आगे कि मुलायम सिंह यादव आम आदमी के नेता थे समान्य लोगों के नेता थे। वह अपने कार्यकर्ताओं को चेहरे और नाम से पहचान लेते थे। बता दें कि 10 अक्टूबर को समाजवादी पार्टी के संस्थापक, उत्तर प्रदेश के तीन बार के मुख्यमंत्री, अपने प्रदेश की राजनीति से लेकर राष्ट्रीय राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाले मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया है। वह 82 साल के थे।