Arun Rajbhar Attack on Akhilesh Yadav: भारतीय समाज पार्टी के नेता अरुण राजभर ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पूर्वांचल से शुरु होने वाली पद यात्रा को लेकर तंज कसा है। अरुण यादव ने आप तक वेब पोर्टल से बातचीत में बताया कि जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री हुआ करते थे तब वो एटा, इटावा और सैफई को लेकर योजनाएं बनाते थे। अब उन्हें पूर्वांचल की याद आने लगी है।
अरुण राजभर ने कहा, ये तो हमारे माननीय ओम प्रकाश राजभर की उपलब्धि है कि जो बात मैं उनके साथ रह कर के कहा करता था कि अब एसी से निकलकर के जनता के बीच में जाने की जरूरत है। तब अखिलेश यादव को ये बात बुरी लगती थी और तब उनको ये लगता था कि ओम प्रकाश राजभर क्यों एसी से निकलने की सलाह दे रहे हैं। मैं इस बात को मान रहा हूं कि आज समाजवादी पार्टी को सद्बुद्धि आई और वो जनता के बीच आने के लिए पदयात्रा निकाल रहे हैं।
सुभासपा के Akhilesh Yadav से सवाल
वहीं अरुण राजभर ने अखिलेश यादव के पूर्वांचल क्षेत्र में कदम रखने से पहले उनसे सवाल किया है। उन्होंने अखिलेश यादव से पूछा कि उनका ये आरोप कि ओम प्रकाश राजभर अपने लिये लड़ते हैं तो वो पहले ये बताएं कि उत्तर प्रदेश में 4 बार आपकी सरकार थी कभी आपने सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू करने के लिए कभी सदन में नहीं बोला और न ही सड़क पर संघर्ष करने की बात की और आपके नेता कभी इस पर जवाब नहीं देते हैं। राजभर समाज को एसटी में शामिल करने के लिए हाईकोर्ट ने आदेश दिया 4 महीने हो गए लेकिन आपने कभी न तो मंच पर और न ही सदन में बोलने की जहमत नहीं उठाई।
SP जब सत्ता में होती हैं तो इन्हें Etah, इटावा, Manipuri याद आता है
अखिलेश यादव चौहान ने राजभर, बिन्द, केवट, मल्लाह, विश्वकर्मा इनके लिए आजतक कुछ नहीं किया है। इनको तो हम जगाकर अपने साथ लाए हैं और ये सब मजबूती से हमारे साथ खड़े हो गए हैं। ये लोग पूरी दमदारी के साथ अपने अधिकार के लिए सोच रहे हैं। अखिलेश यादव इनके लिए नहीं सोच रहे हैं क्योंकि ये जब सरकार में होते हैं तो इन्हें याद नहीं आता है कि पूर्वांचल में इन समाज के लोगों को भी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए तब कहां याद आता है? एटा, सैफई, इटावा, मैनपुरी और कन्नौज याद आता है, तब इनको गाजीपुर, मऊ, बलिया, आजमगढ़ याद नहीं आता है। इसी वजह से ओम प्रकाश राजभर हमेशा से मुद्दों की लड़ाई लड़ते हैं।
OP Rajbhar लड़ रहे हैं पिछड़े,दलितों और अल्पसंख्यकों की लड़ाई
ओम प्रकाश राजभर पिछडे़, दलित और अल्पसंख्यक की लड़ाई राजभर अनवरत लड़ते चले आ रहे हैं। उन्हीं की लड़ाई की देन है कि समाजवादी पार्टी सहित तमाम विपक्षी पार्टियां इन दलितों, अति पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के लिए लड़ रहे ओम प्रकाश राजभर को कमजोर करने के लिए राजभर पर विपक्षी पार्टियां हमले कर रही है। अरुण राजभर ने कहा, हम इस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। हम उनको रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और नौकरी से संबंधित व्यवस्थाओं दिलाने के लिए लड़ रहे हैं। जिन तबकों के लिए हम संघर्ष करते हैं उनके लिए समाजवादी पार्टी कुछ नहीं करना चाहती है। और उनके दिल और दिमाग में ओम प्रकाश राजभर भरे हुए हैं। अखिलेश यादव का कोर वोट भारतीय जनता पार्टी को कन्वर्ट होने जा रहा है अब वो माइनोरिटी को अपने पक्ष में लाने जा रहे हैं।