पश्चिम बंगाल में एक और बीजेपी कार्यकर्ता की लाश मिली है। ताजा मामला मुर्शिदाबाद जिले में सोमवार को प्रकाश में आया। 54 साल के धर्मराज हजरा का शव शक्तिपुर गांव में एक तालाब से मिला। उनके हाथ-पैर रस्सी से बंधे हुए मिले। पुलिस ने कहा है कि उसे इस मामले में शिकायत मिली है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। बता दें कि एक महीने पहले पुरूलिया जिले में भी दो बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत का मामला सामने आया था, जिस पर राज्य की सियासत गरमा गई थी।

उधर, ताजा घटना को लेकर बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस पर एक बार फिर हमला बोला है। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी के जिलाध्यक्ष गौरी शंकर घोष ने कहा है कि सत्ताधारी पार्टी के नेता बीजेपी कार्यकर्ताओं को मरवा रहे हैं क्योंकि वे राज्य में भारतीय जनता पार्टी के बढ़ते प्रभाव को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे। घोष ने आरोप लगाया, ‘हजरा भारतीय जनता पार्टी के 56 शक्तिपुर मंडल कमिटी के सदस्य थे। पंचायत चुनाव में बीजेपी को समर्थन देने की वजह से उन्हें तृणमूल समर्थित गुंडों से धमकियां मिल रही थी। रविवार को उन लोगों ने उनकी हत्या कर दी और उनका शव तालाब में डाल दिया।’

राज्य ईकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने हजरा के शव की फोटो ट्वीट करके उनकी मौत की जानकारी दी। वहीं, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने टि्वटर पर लिखा, ‘तृणमूल ने एक बार फिर मानवता को शर्मसार किया है। एक और बीजेपी कार्यकर्ता की बेहद जघन्य तरीके से हत्या कर दी गई। ममता के शासनकाल में पश्चिम बंगाल हिंसा और निर्दयता का केंद्र बन गया है। दुख की इस घड़ी में पूरी बीजेपी धौर्मो हजरा के परिवार के साथ खड़ा है।’ वहीं, शक्तिपुर से तृणमूल विधायक रबीउल आलम चौधरी ने  कहा कि उनकी पार्टी के किसी भी कार्यकर्ता का इस घटना से संबंध नहीं है।

बता दें कि इससे पहले, पुरूलिया के दो गांवों में क्रमश: 31 मई और 2 जून को दो बीजेपी कार्यकर्ताओं त्रिलोचन महतो और दुलाल कुमार का शव बरामद हुआ था। महतो का शव एक पेड़ से टंगा हुआ मिला था। वहीं, कुमार एक बिजली के खंभे से लटके हुए मिले थे।