विभिन्न बांधों एवं जलाशयों से फिर से पानी छोड़े जाने के बाद पश्चिम बंगाल के दक्षिणी जिलों में बाढ़ की स्थिति आज विकट हो गई, जिसके कारण 12 प्रभावित जिलों में 37 लाख से अधिक लोगों की परेशानियां और बढ़ गई हैं।

व्यक्तिगत रूप से बाढ़ की स्थिति की निगरानी करने के लिए रात भर राज्य सचिवालय नाबन्ना में ठहरी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बचाव एवं राहत कार्यों का जायजा लेने के लिए उत्तरी 24 परगना के इलाकों हावड़ा और अशोकनगर का दौरा करेंगी।

राज्य के सिंचाई मंत्री राजीब बनर्जी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘कल रात से विभिन्न बैराजों से फिर से पानी छोडें जाने के बाद राज्य में बाढ़ की स्थिति अब भी चिंता का विषय बनी हुई है । प्रचंड ज्वार-भाटा ने स्थिति को और बिगाड़ दिया।’

उन्होंने कहा कि डीवीसी ने भी स्वयं कल मध्यरात्रि से 90,000 क्यूसेक पानी छोड़ा। राज्य में बाढ़ के कारण मरने वाले लोगों की संख्या 48 हो गई है, जबकि 12 जिलों में 2.14 लाख लोग 1,537 राहत शिविरों में आश्रय लिए हुए हैं।

आपदा प्रबंधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राज्य की 47 नगरपालिकाएं बाढ़ से प्रभावित हैं। बनर्जी के अलावा, उनके मंत्रिमंडल के चार कैबिनट मंत्री भी स्थित का जायजा लेने के लिए प्रभावित जिलों का दौरा करेंगे।

राज्य में बाढ़ की स्थिति की जानकारी प्राप्त करने के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कल रात मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से दूरभाष पर बात की।