पश्चिम बंगाल के एडीजी लॉ एंड आर्डर जावेद शमीम ने हावड़ा हिंसा को लेकर कहा है कि इसमें न तो किसी की जान गई और न ही कोई जख्मी हुआ। 200 से ज्यादा आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। जबकि 42 केस दर्ज अब तक किए जा चुके हैं। स्थिति शांत है और इंटरनेट सेवा को बहाल कर दिया गया है। कुछ इलाकों में एहतियात के तौर पर धाना 144 लगाई गई है। हालांकि उनका ये बयान शुभेंदु अधिकारी को रास नहीं आया।

नेता प्रतिपक्ष व बीजेपी विधायक शुभेंदु ने कहा कि उनका नाम जावेद शमीम है। समझदार को इशारा ही काफी होता है। अधिकारी का कहना था कि ये स्टेटमेंट किसी पुलिस अफसर का नहीं बल्कि राजनेता के तरह से दिया गया है। ये पूरी तरह से राजनीतिक बयान है। एक जिम्मेदार पुलिस अफसर से हिंसा के बाद ऐसे बयान की अपेक्षा बिलकुल नहीं की जा सकती।

जावेद शमीम इससे पहले भी विवादों में आ चुके हैं। पश्चिम बंगाल असेंबली चुनाव से पहले इलेक्शन कमीशन ने तत्कालीन एडीजी लॉ एंड ऑर्डर जावेद शमीम को हटा दिया था। शमीम की जगह डीजी फायर सेवा जगन मोहन को नया एडीजी बनाया गया था। जबकि जावेद शमीम को उकी जगह डीजी फायर सेवा बनाया गया था। उन पर आरोप लगा था कि वो तृणमूल के पक्ष में एक वर्कर की तरह काम कर रहे थे। फिलहाल वो फिर से विवादों के घेरे में आ चुके हैं।

ध्यान रहे कि मोहम्मद पैगंबर पर बीजेपी की निलंबित नेता नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर बंगाल के हावड़ा समेत कई हिस्सों में हिंसा भड़की।इस दौरान पुलिस-प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर झड़प हुई। शनिवार देर शाम मुर्शिदाबाद में भी झड़प की घटनाएं सामने आई थी। हावड़ा में हिंसक प्रदर्शन को लेकर अब तक 60 लोगों को गिरफ्तार किया गया। सरकार ने एक्शन लेते हुए हावड़ा जिले में पुलिस अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया।

नदिया जिले के बेथुआडाहारी रेलवे स्टेशन पर रविवार को प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया और एक लोकल ट्रेन को क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना के बाद उस रूट पर ट्रेन सेवाएं रोक दी गई हैं। रविवार को राष्ट्रीय राजमार्ग-34 को जाम करने के दौरान पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज किया तो कुछ लोग बेथुआडहरी रेलवे स्टेशन पहुंचे और वहां खड़ी एक ट्रेन पर पथराव कर दिया।