पश्चिम बंगाल राज्य के बीरभूम जिले में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बेहद शर्मनाक घटना घटी है। देश के 71वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की एक प्रतिमा का अनावरण किया जाना था लेकिन उसके पहले ही शरारती तत्वों ने प्रतिमा को आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया तथा उस पर कोलतार पोत दिया। पुलिस ने यह जानकारी दी। नेताजी की प्रतिमा का पंचरा ग्राम पंचायत कार्यालय परिसर में स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान अनावरण किया जाना था। पुलिस ने बताया कि सुबह जब पंचायत कार्यालय का गेट खोला गया तब पता लगा कि प्रतिमा आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त कर दी गयी है। साथ ही प्रतिमा को कोलतार से विरूपित कर दिया गया था।इस घटना के संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करायी गयी है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अपराधियों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गयी है।

इसके साथ ही पूरे पश्चिम बंगाल के लोगों ने 71वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया। इसके मद्देनजर कई रंगबिरंगे जुलूसों, परेडों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रेड रोड़ पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया। इस अवसर पर कोलकाता पुलिस ने उन्हें ‘गॉर्ड आॅफ आॅनर’ दिया।  रेड रोड़ स्थल पर स्कूली छात्रों और विभिन्न कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गयी।  कन्याश्री, सबुजश्री, खाद्य साथी और सबुज साथी जैसी विभिन्न सरकारी योजनाओं को दर्शाने वाली रंगबिरंगी झांकियां निकाली गयी। आगामी ‘अंडर-17 फीफा विश्वकप’ को लेकर विशेष झांकी निकाली गयी जिसका आयोजन इस वर्ष कोलकाता शहर में ही होना है।
कलाकारों ने जंगलमहल के छाउ नृत्य, कूचबिहार जिले के बैराटी नृत्य और सुंदरबन लोक नृत्य का प्रदर्शन किया।

बनर्जी ने बेहतरीन सेवाएं देने वाले अधिकारियों को ‘मुख्यमंत्री पुलिस पदक’ से सम्मानित किया जिनमें एडीजी एवं आईजीपी-सीआईडी डॉ. राजेश कुमार, बिधाननगर पुलिस आयुक्त ज्ञानवंत ंिसह, कोलकाता पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त सुप्रतिम सरकार और अन्य अधिकारी शामिल है। राज्य के अलग-अलग जिलों में राजनीतिक दलों ने अपने पार्टी कार्यालयों में ध्वज फहराये और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जिनमें कुछ कार्यक्रम स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या से ही शुरू हो गये थे। इस अवसर पर पश्चिम बंगाल के महानगरों और सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है।