पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी मेहुल चौकरी के एक सहयोगी दीपक कुलकर्णी को प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने कोलकाता एयरपोर्ट पर मंगलवार (6 नवंबर) को गिरफ्तार किया है। कुलकर्णी को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह हांगकॉग से आने वाली फ्लाइट से यहां उतरे थे। कुलकर्णी मेहुल चौकसी के हांग कांग के डमी फर्म के डॉयरेक्टर थे। उनके खिलाफ सीबीआई और ईडी की टीम ने एक लुक आउट नोटिस जारी कर रखा था। बता दें कि फर्जी एलओयू से पीएनबी बैंक घोटाले का आरोपी और गीतांजली जेम्स का मलिक मेहुल चाैकसी देश छोड़कर फरार है। कुछ समय पहले मेहुल चौकसी अमेरिका से एंटीगुआ पहुंचे थे और यहां की नागिरकता ले ली थी। इसके बाद भारत सरकार ने एंटीगुआ सरकार से मेहुल चौकसी को भारत लाने की कोशिश थी, लेकिन एंटीगुआ सरकार ने ऐसा करने से मना कर दिया था। कहा था कि उनकी भारत के साथ कोई प्रत्यर्पण संधि नहीं है।
Deepak Kulkarni, an associate of #MehulChoksi has been arrested by the Enforcement Directorate in Kolkata after he landed at the airport from Hong Kong. Kulkarni was the director of Choksi’s dummy firm in Hong Kong. A Look Out Circular was issued against him by ED and CBI earlier pic.twitter.com/ENR8NIVeCL
— ANI (@ANI) November 6, 2018
चौकसी और उनके भतीजे नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक से 13,540 करोड़ रुपये का बैंक घोटाले के मामले में इस साल जनवरी महीने में ही देश छोड़कर जा चुके हैं। इसके साथ ही निजी तौर पर संचालित कर्नाटक बैंक लिमिटेड ने भी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को सूचित किया था कि मेहुल चौकसी की गीतांजलि जेम्स ने फंड आधारित कार्यशील पूंजी के अंतर्गत 86.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। मेंगलुरू आधारित बैंक ने अपने नियामक दाखिले में कहा था, “हमने आरबीआई से गीतांजलि जेम्स लिमिटेड को कार्यशील पूंजी सुविधाओं के अंतर्गत निर्यात बिलों व फंड के परिवर्तन के आधार पर 86.47 करोड़ रुपये दिए जाने के संबंध में धोखाधड़ी की शिकायत की है।” बैंक ने हांलाकि यह स्पष्ट किया कि चौकसी की कंपनी के पास बैंका क कोई भी समझौता ज्ञापन (एलओयू) नहीं है।
पिछले महीने अक्टूबर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा कि उसने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के संबंध में भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी की हांगकांग में 255 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त करने के संबंध में हांगकांग प्रशासन से अनुरोध किया है। वित्तीय जांच एजेंसी ने लेटर्स रोगेटरी के रूप में धनशोधन रोकथाम विधेयक के अधीन अस्थायी जब्ती आदेश (प्रोविजनल अटैचमेंट आर्डर) भेजकर हांगकांग अधिकारियों से संपत्ति जब्त करने की मांग की है। ईडी ने कहा कि उसने अबतक इस मामले के अंतर्गत भारत और भारत से बाहर 4,744 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है। इससे पहले अक्टूबर में, ईडी ने नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चौकसी की भारत में संपत्ति जब्त की थी और विदेश में 218 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करने के लिए कदम उठाया था। (एजेंसी इनपुट के साथ)