पश्चिम बंगाल के अलीपुर द्वार जिले में वन विभाग की टीम कई दिनों से एक नरभक्षी तेंदुए को पिंजरा लगाकर पकड़ने का प्रयास कर रही है। लेकिन इस बीच तीन साल की एक बच्ची को यह तेंदुआ उसके घर से खींच ले गया। बता दें कि यह तीसरा मामला है जब इलाके से तेंदुए ने किसी बच्चे को उठाया है। घटना अलीपुरद्वार जिले के मदारीहाट-बीरपाड़ा ब्लॉक के गरगंडा चाय बागान की बताई जा रही है। बता दें कि यह बागान जलदापाड़ा नेशनल पार्क के लंकापाड़ा रेंज में आता है।
बता दें कि गरगंडा बागान रामझोड़ा चाय बागान व धुम्चीपाड़ा चाय बागान से सटा हुआ है। जहां पिछले महीने दस दिनों के अंतराल पर तेंदुए के हमले में दो बच्चे मारे गये थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बागान के फैक्टरी लाइन निवासी बल्कू उरांव के घर उसकी बेटी पूजा उरांव और तीन साल की नतिनी प्रणिता उरांव घूमने आई हुई थी। इस दौरान शाम को नरभक्षी तेंदुआ प्रणिता को बल्कू उरांव के सामने से उठा ले गया। इसके बाद आसपास के लोगों ने प्रणिता की खोजबीन की लेकिन उसका कोई पता नहीं चल सका। जिसके बाद लोगों ने वन विभाग की टीम को इस बात की सूचना दी, लेकिन जब वनकर्मी मौके पर पहुंचे तो इन्हें स्थानीय लोगों के रोष का सामना करना पड़ा। इस घटना के बाद से पूरे इलाके में तेंदुए का आतंक फैल गया है।
गौरतलब है कि इलाके में तेंदुओं के बढ़ते आक्रमण से लोगों में डर का माहौल है। मादरीहाट के रेंजर खगेश्वर कार्जी के अनुसार वनकर्मी घटनास्थल पर पहुंचकर खोज कार्य में लगे हैं। उन्होंने इस दौरान वन विभाग के कर्मचारियों से हाथापाई किये जाने की बात भी कही। बता दें कि इससे पहले 23 दिसंबर को रामझोड़ा चाय बागान इलाके में 12 वर्षीय किशोर अनिकेत उरांव को तेंदुआ बागान के अंदर तक घसीट ले गया और बाद में उसे मार डाला। जिसके बाद 17 दिसंबर को धुम्चीपाड़ा चाय बागान में एक बुजुर्ग पर भी तेंदुए ने हमला कर घायल किया था। फिलहाल वन विभाग की टीम नरभक्षी तेंदुए को पकड़ने में लगी हुई है।