पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को लेकर ममता बनर्जी की पार्टी में आंतरिक मतभेद उभरने की खबरें सामने आ रही हैं। इस मामले में विवाद उस समय शुरू हुआ जब प्रशांत किशोर की टीम आईपैक (I-PAC) के 5 सदस्यों को टीएमसी कार्यकर्ताओं ने चुनाव प्रचार अभियान से जुड़े कार्यक्रम के दौरान घेर लिया।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टीएमसी कार्यकर्ता अभियान से जुड़े कार्यक्रम में खास वर्ग के मेहमानों को आमंत्रित नहीं किए जाने को लेकर नाराज थे। मालूम हो कि पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की तरफ से ‘बांगलार गोरबो ममता’ कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। कार्यक्रम के दौरान तीन अन्य स्थानों पर भी कार्यक्रम में आमंत्रित मेहमानों की सूची को लेकर टीएमसी कार्यकर्ताओं और प्रशांत किशोर की टीम के बीच टकराव की स्थिति हो गई।

आसनसोल के जमूरिया में आईपैक कार्यकर्ता अभियान से जुड़े स्टीकर्स कार्यकर्ताओं के वाहनों पर लगा रहे थे। इस दौरान टीएमसी के एक धड़े के लोगों ने आकर टीम के सदस्यों को घेर लिया। उन्होंने पूछा कि कार्यक्रम में कुछ नेताओं को क्यों आमंत्रित नहीं किया गया। वहीं, 24 परगना जिला में में टीएमसी के 200 कार्यकर्ताओं ने रास्ता रोक कर स्थानीय विधायक श्यामल मंडल के खिलाफ धरना दिया। कार्यकर्ताओं का कहना था कि पार्टी के अभियान से जुड़े कार्यक्रम में सिर्फ मंडल के समर्थकों को ही आमंत्रित किया गया था।

इसके अलावा 24 परगना के ही भांगर में पूर्व विधायक अरबुल इस्लाम के समर्थक कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। कार्यक्रम का आयोजन मौजूदा विधायक रज्जाक मुल्ला ने किया था। इस बारे में मुल्ला ने कहा कि मैंने इस्लाम व अन्य लोगों को आमंत्रित किया था लेकिन पता नहीं वे लोग क्यों नहीं आए।