पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी वोटर लिस्ट के Special Intensive Revision (SIR) के विरोध में मंगलवार को कोलकाता में सड़क पर उतरेंगी और एक विशाल मार्च का नेतृत्व करेंगी। ममता बनर्जी के साथ रैली में उनके सांसद भतीजे एवं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी भी शामिल होंगे।
यह मार्च रेड रोड स्थित बीआर आंबेडकर की प्रतिमा के पास से शुरू होकर जोरासांको में रवींद्रनाथ टैगोर के निवास के पास समाप्त होगा।
तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को X पर एक पोस्ट में कहा, “तथाकथित SIR वास्तव में खामोशी से की जाने वाली धांधली है। हम यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे कि सभी पात्र मतदाता इस प्रक्रिया में शामिल हों और छूटें न। हम अपने लोगों के लिए पूरी ताकत से लड़ेंगे!”
4 नवंबर को ही विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी उत्तर 24 परगना जिले के अगरपारा में एक रैली करेंगे।
कुछ महीने पहले बिहार में SIR की शुरुआत के बाद से ही तृणमूल कांग्रेस इसकी आलोचना कर रही है। पार्टी ने बंगाल में तीन लोगों के कथित तौर पर आत्महत्या कर लेने के बाद इसे लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। ऐसा कहा जा रहा है कि इन लोगों ने आत्महत्या इसलिए की थी कि उन्हें डर था कि SIR के बाद उनके नाम मतदाता सूची से हटा दिए जाएंगे।
दूसरे चरण में 12 राज्यों की वोटर लिस्ट का होगा SIR, तीन बार आपके घर आएगा BLO
चुनाव आयोग SIR का दूसरा चरण पश्चिम बंगाल समेत 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में करेगा, जहां अगले वर्ष चुनाव होने हैं। SIR की प्रक्रिया चार नवंबर से शुरू होकर चार दिसंबर तक चलेगी। वोटर लिस्ट का ड्राफ्ट नौ दिसंबर को जारी किया जाएगा और अंतिम मतदाता सूची सात फरवरी को प्रकाशित की जाएगी।
शुभेंदु के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत
तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी के सामने शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पश्चिम बंगाल सरकार के राज्य मंत्री अरूप विश्वास ने पत्र लिखकर कहा है कि शुभेंदु अधिकारी ने बूथ लेवल ऑफिसरों (बीएलओ) को धमकी दी है कि अगर वे निर्देशों का पालन नहीं करेंगे तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा।
अरूप विश्वास ने लिखा है कि अधिकारी ने बिहार के बीएलओ को हिरासत में लिए जाने का उदाहरण दिया और पश्चिम बंगाल के बीएलओ को चेतावनी दी कि आपको जेल जाना पड़ेगा। टीएमसी का कहना है कि यह चुनाव से संबंधित काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों को डराने और धमकाने की कोशिश है।
