पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साध रही हैं। गुरुवार को उन्होंने इसी कड़ी में इलेक्ट्रिक स्कूटर से सचिवालय तक का सफर किया। उनकी इस रैली में कोलकाता के मेयर फरहाद हकीम भी शामिल थे। ममता उन्हीं के साथ स्कूटर में पीछे बैठी थीं। इस दौरान दोनों ने हेलमेट पहना था और ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के खिलाफ बैनर भी लहराया।

क्या लिखा था बैनर में?: ममता बनर्जी ने स्कूटर से सफर के दौरान गले पर जो बैनर टांगा था, उसमें लिखा था, “आपकी जुबान पर क्या है- पेट्रोल के दामों की बढ़ोतरी, डीजल के दामों की बढ़ोतरी और एलपीजी गैस की कीमतों में वृद्धि।” ममता की इस रैली में सचिवालय के कई कर्मचारी और अफसर भी ई-स्कूटी लेकर पहुंचे थे और सभी सचिवालय नाबान्न तक पहुंचे।

बता दें कि ममता बनर्जी इससे पहले भी कुछ मौकों पर बाइक में सवार होकर अलग-अलग जगहों पर रैली करने या पीड़ितों से मिलने पहुंच चुकी हैं। 2007 में नंदीग्राम में लेफ्ट समर्थकों द्वारा अपने कार्यकर्ताओं के खिलाफ हुई हिंसा के बाद वे भी वे बाइक से ही पीड़ितों से मिलने पहुंची थीं। तब लेफ्ट ने रास्तों पर कई जगह बैरिकेडिंग लगा दी थी, जिसे पार करते हुए ममता बाइक में सवार होकर आई थीं।

पश्चिम बंगाल सरकार ने हाल ही में पेट्रोल-डीजल की राज्य की जनता को थोड़ी राहत देने का प्रयास किया है। राज्य सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दामों में रविवार को एक रुपए की कटौती करने का ऐलान किया था। वित्त मंत्री अमित मित्रा ने ईंधन कीमतों को लेकर यह जानकारी दी थी। हालांकि, ममता सरकार का यह फैसला चुनावी हित को साधते देखा जा रहा है।

पेट्रोल-डीजल के दामों को लेकर केंद्र पर हमलावर रुख: इस हफ्ते की शुरुआत में ही ममता बनर्जी ने सचिवालय नबान्न के सभागार में कहा कि वे (बीजेपी) हर दिन रसोई गैस और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी कर रहे हैं। यह एक चिंता का विषय है। उन्होंने कहा था कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव जब नजदीक आ जाएगा तो केंद्र सरकार कुछ दिनों के लिए डीजल और रसोई गैस की कीमतें कम करेगी।