अग्निपथ योजना को लेकर बिहार से लेकर तेलंगाना तक प्रदर्शन जारी है। इस विरोध प्रदर्शन का सबसे ज्यादा असर बिहार में देखने को मिला है। वहीं, सेना में चार साल के लिए शुरू की गई अग्निपथ योजना को लेकर बिहार में भाजपा की सहयोगी पार्टी जदयू ने इस योजना पर फिर से विचार करने की मांग की है। जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा, “हम इस स्कीम को वापस लेने के लिए नहीं कह रहे हैं, बल्कि युवाओं के गुस्से को देखते हुए इस योजना पर फिर से विचार करने की मांग कर रहे हैं।”

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए केसी त्यागी ने कहा, “विरोध करने वाले युवाओं के साथ संवाद की तत्काल आवश्यकता है। सशस्त्र बलों के रिटायर्ड अधिकारियों, युवा प्रतिनिधियों और सरकार को अग्निपथ योजना की समीक्षा के लिए एक साथ बैठकर बात करना चाहिए। हम इसे वापस लेने के लिए नहीं कह रहे हैं, बल्कि युवाओं की नाराजगी को देखते हुए इस स्कीम पर दोबारा विचार करने की मांग कर रहे हैं।”

रोजगार मॉडल के सवाल पर केसी त्यागी ने कहा, “अगर गांव स्वायत्त और आत्मनिर्भर होते, तो लोग गांवों से पलायन नहीं करते। बिहार में कृषि-प्रसंस्करण क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं। हम आज युवाओं में गुस्सा देख रहे हैं क्योंकि हम गांवों और छोटे शहरों में रोजगार पैदा नहीं कर पा रहे हैं।”

जदयू-भाजपा के बीच जुबानी जंग तेज: बिहार में अग्निपथ को लेकर जारी प्रदर्शन के दौरान कई जिलों में भाजपा दफ्तरों को निशाना बनाया गया है। इसके अलावा भाजपा विधायकों के आवास पर भी प्रदर्शनकारियों ने हमला किया है। इसको लेकर भाजपा-जदयू में जुबानी जंग तेज हो गई है। बिहार भाजपा प्रमुख संजय जायसवाल ने पार्टी कार्यालयों पर हमले को लेकर जेडीयू पर निशाना साधा और इसे एक “साजिश” बताया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नहीं रोका। जायसवाल ने कहा कि मधेपुरा में 300 पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने रहे, क्या कार्रवाई हो रही है उनके खिलाफ। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ​​​​ललन सिंह ने इस पर पलटवार किया और कहा कि पुलिस ने उन राज्यों में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जहां वह सत्ता में हैं।

गुरुवार और शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने नवादा, मधुबनी और मधेपुरा में भाजपा कार्यालयों पर हमला किया और पार्टी नेताओं संजय जायसवाल, उपमुख्यमंत्री रेणु देवी और विधायक सीएन गुप्ता समेत कई नेताओं के घरों को निशाना बनाया। बिहार में भाजपा नेताओं पर हमले के बाद गृह मंत्रालय ने संजय जायसवाल और रेणु देवी समेत बिहार के 10 बीजेपी विधायकों को वाई कैटेगरी सुरक्षा देने का फैसला किया है।